
भारत सरकार भगोड़े हीरा व्यापारी और पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ हर कदम उठाने के लिए तैयार है. नीरव मोदी की जमानत रोकने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीमें लंदन रवाना हो गई हैं. लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में 29 मार्च को नीरव मोदी की जमानत याचिका पर सुनवाई होगी.
सूत्रों के मुताबिक नीरव मोदी की जमानत को रोकने के लिए सीबीआई और ईडी की टीमें हर संभव कोशिश करेंगी और जरूरी दस्तावेज कोर्ट में सौंपेंगी. सूत्रों का यह भी कहना है कि सीबीआई और ईडी की टीमें क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) की इस मामले में सहायता करेंगी. क्राउन प्रिंस सर्विस को नीरव मोदी के खिलाफ कुछ अहम दस्तावेज भी सौंपे जाएंगे, जिससे प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आगे बढ़ सके. इस मामले में भारत ने पहले भी नीरव मोदी के खिलाफ जारी ईडी और सीबीआई की चार्जशीट सौंपी है. इन दस्तावेजों में भारत में नीरव मोदी के खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंटों का भी जिक्र किया गया है.
सूत्रों का कहना है कि सीपीएस की मदद के लिए भारत से संयुक्त निदेशक रैंक के अधिकारियों को भेजा गया है. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमारे पास नीरव मोदी की जमानत को रोकने के लिए मजबूत साक्ष्य और दलीलें हैं. नीरव मोदी का पासपोर्ट को हम पहले ही रद्द कर चुके हैं. लेकिन इसके बाद भी उसने कई देशों की यात्रा की. रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भी वह ब्रिटेन के कई शहरों में घूमता रहा. ऐसे में अगर उसे बेल मिलती है तो वह पूरी कोशिश करेगा कि वहां से भाग जाए. हम इसे ही आधार बनाकर नीरव मोदी की जमानत का विरोध करेंगे.'
भगोड़े आर्थिक अपराधी नीरव मोदी को देश वापस लाने के लिए भारतीय एजेंसियां और सरकार एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं. 19 मार्च को जब नीरव मोदी गिरफ्तार किया गया तब से भारत लगातार प्रयास कर रहा है कि उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाए. उसने जमानत के लिए अपील की थी लेकिन लंदन कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका ठुकराते हुए उसकी हिरासत 29 मार्च तक बढ़ा दी थी.
अधिकारियों ने सीपीएस को जानकारी दी है कि कोर्ट में भारत ने यह भी अपील की है कि नीरव मोदी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जाए. नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक में हुए 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी है. इस घोटाले में मेहुल चोकसी के साथ कई अन्य लोग भी शामिल हैं.
सूत्रों का कहना है कि नीरव मोदी की गिरफ्तारी उसे भारत प्रत्यर्पित करने की वजह से हुई है. सरकार से जुड़े हुए उच्च सूत्रों का कहना है कि अगर नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. अगर उसे भारत वापस लाया जाता है तो उसके खिलाफ अलग-अलग मामलों के कई जांच चलाई जा सकती है.