Advertisement

सरकार मेरे पिता को ख़ामोश करना चाहती है: कार्ति चिदंबरम

कार्ति ने दिल्ली के जोर बाग स्थित आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो केस नहीं है, उसे सरकार अपने सबसे मुखर आलोचक को परेशान करने के लिए राजनीतिक औजार बना रही है.

पत्रकारों से बात करते कार्ति चिदंबरम (फोटोः ANI) पत्रकारों से बात करते कार्ति चिदंबरम (फोटोः ANI)
आनंद पटेल
  • नई दिल्ली,
  • 22 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 12:45 PM IST

पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार उनके पिता को खामोश करना चाहती है क्योंकि विपक्ष में वो सबसे बड़े आलोचक हैं. कार्ति ने दिल्ली के जोर बाग स्थित आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो केस है ही नहीं, उसे सरकार अपने सबसे मुखर आलोचक को परेशान करने के लिए राजनीतिक औजार बना रही है.

Advertisement

चिदंबरम को बुधवार की शाम उनके घर से सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.  शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि हम दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश से पूरी तरह असहमत हैं इसलिए उसे चुनौती दे रहे हैं. मुझे खुद 20 बार समन किया गया, चार बार छापेमारी की गई और मैं सीबीआई का दस दिन तक ‘मेहमान’ रहा. हम फिर इस सबका सामना करेंगे.

आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई की एप्रूवर इंद्राणी मुखर्जी की ओर से दिए गए नए लीड को खारिज करते हुए कार्ति ने कहा, ‘मैं कभी इंद्राणी मुखर्जी से नहीं मिला सिवाय तब जब जेल में सीबीआई ने सामने पूछताछ कराई थी. ना ही मैं पीटर मुखर्जी को जानता हूं. 

कार्ति ने कहा कि मैं FIPB को नहीं जानता हूं, न ही यह जानता हूं कि ये कैसे काम करता है. मैं सांसद हूं, मेरी संपत्ति और देनदारियों की जानकारी पब्लिक डोमेन में हैं. वो कहानियां गढ़ रहे हैं, वह चार्जशीट क्यों नहीं दायर करते. उन्होंने कहा कि मेरी कोई शैल कंपनी नहीं हैं और न ही मैं ASCL का डायरेक्टर हूं. कार्ति ने कहा कि इस कंपनी से मेरा किसी तरह का नाता नहीं है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement