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बैंक अधिकारियों के घर-दफ्तर पर CBI का छापा, मिली 100 करोड़ के हेराफेरी की जानकारी

सीबीआई ने इनके पास से मिले दस्तावेजों और बैंक लॉकर्स को सील कर जांच शुरू कर दी है. इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी छापे की कार्रवाई के बाद आरोपी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.

सीबीआई ने बैंक लॉकर्स भी किए सील सीबीआई ने बैंक लॉकर्स भी किए सील
अंजलि कर्मकार
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2016,
  • अपडेटेड 10:29 PM IST

सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की अपनी मुहिम में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (सीबीआई) ने चेन्नई में इंडियन ओवरसीज बैंक के अधिकारियों पर छापे की कार्रवाई की है. छापेमारी में सीबीआई को करीब 10 बैंक खातों से 100 करोड़ रुपयों के हेराफेरी की जानकारी मिली है.

जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें इंडियन ओवरसीज बैंक की चेन्नई ब्रांच में काम करने वाले एजीएम और इंडियन ओवरसीज बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जेडी शर्मा, जनरल सेक्रेटरी केवी आचार्या समेत 20 अधिकारी शामिल हैं.

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सीवीसी की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
दरअसल, सीवीसी की एक रिपोर्ट मे पाया गया था कि सरकारी बैंकों में काम करने वाले 149 कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिफ्त हैं और जिनमें से सबसे ज्यादा 124 इंडियन ओवरसीज बैक में कार्यरत हैं. सीवीसी की शिकायत के बाद सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन अधिकारियों के घर और दफ्तर समेत करीब दो दर्जन जगहों पर छापेमारी की.

सीबीआई को मिले कई जमीनों के दस्तावेज
सूत्रों के मुताबिक, आगे की जांच में ये रकम बढ़कर 300 करोड़ तक हो सकती है. सीबीआई को छापे में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, पटना और रांची में कई फ्लैट्स और जमीनों के कागजात मिले है. सीबीआई को शक है कि ये सारी संपत्ति बैक में लोन देने, पेंशनर्स के फंड और बैक कर्मचारियों की एसोसिएशन को दान में मिलने वाली रकम मे घपला करके जुटाई गई है.

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इन संपत्तियों के मिले दस्तावेज
सीबीआई को जिन संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, उनमें 312 गोविंदपुरम, हापुड रोड गाजियाबाद, ओवरसीज अपॉर्टमेंट सेक्टर-62 नोएडा, पश्चिम विहार दिल्ली, अग्रणी होम्स इलाहाबाद और कई दूसरे शहरों की संपत्तियां भी शामिल हैं. जिन खातों की तलाश की गई, उनमें से ज्यादातर इंडियन ओवरसीज बैंक में ही थे, जिनमें करोड़ों का लेनदेन किया गया है.

निलंबित हुए आरोपी अधिकारी
सीबीआई के सूत्रो की मानें, तो इस घोटाले की जड़े पूरे बैंकिग नेटवर्क में फैली है, जिनमें ऊपर के अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के भी कुछ कर्मचारी शामिल हैं. फिलहाल सीबीआई ने इनके पास से मिले दस्तावेजों और बैंक लॉकर्स को सील कर जांच शुरू कर दी है. इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी छापे की कार्रवाई के बाद आरोपी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.

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