
आंध्र प्रदेश के अधिकारियों ने बाढ़ की भयावह स्थिति के मद्देनजर शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को कृष्णा नदी के तट पर स्थित घर को खाली करने के लिए नोटिस दिया है. कृष्णा नदी के बढ़ते पानी के कारण इसके किनारे के घरों में पानी घुसने की आशंका है. राजस्व अधिकारियों ने निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है. अधिकारियों ने कहा कि जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए 32 घरों को नोटिस दिए गए.
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख और आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के सदस्य कुछ दिन पहले घर से चले गए थे. हालांकि नायडू के घर पर कोई भी नहीं था, इसलिए उन्दावल्ली ग्राम राजस्व अधिकारी (वीआरओ) ने इसके प्रवेश द्वार पर नोटिस चिपका दिया.
हालांकि, सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेताओं का आरोप है कि नायडू बाढ़ शुरू होने के बाद से हैदराबाद भाग गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को नायडू ने घर के ऊपर ड्रोन के मंडराते देखे जाने के बाद आरोप लगाया कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. टीडीपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर दावा किया कि ड्रोन उनके पार्टी प्रमुख के घर की तस्वीरें ले रहा था.
जल संसाधन मंत्री पी. अनिल कुमार ने हालांकि स्पष्ट किया कि जल संसाधन विभाग के जरिए बढ़े जल स्तर का दृश्य लेने और बाढ़ की स्थिति की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किया गया था.