
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि आने वाले आ रहे हैं, जाने वाले जा रहे हैं. बीजेपी के लिए यह नया नहीं है. लोग हमारे साथ आए और हमने सरकार को चलाया. वाजपेयी सरकार को देखिए. डीएमके साथ आई थी. फिर यूपीए का हिस्सा बन गई थी. भारत में ये चीजें होती रहती हैं. हम गठबंधन बनाने के इच्छुक हैं. हम गठबंधन के विरोधी नहीं हैं. हमने गठबंधन धर्म का पालन किया. कुछ महीनों पहले ही चंद्रबाबू नायडू पीएम मोदी की तारीफ करते थे. अब वह राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं. उनकी सरकार विफल हो चुकी है.
इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव साउथ 2018 में राम माधव ने कहा कि आंध्र प्रदेश में दोनों प्रमुख क्षेत्रीय दल भ्रष्ट हैं और भारतीय जनता पार्टी राज्य में तीसरा विकल्प बन रही है. भविष्य में बीजेपी कभी भी चंद्रबाबू नायडू और जगनमोहन रेड्डी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि नायडू दावा कर रहे हैं कि उन्होंने हैदराबाद को मॉडर्न बनाया है लेकिन सच्चाई है कि उन्होंने एक बिल्डिंग नहीं खड़ी की और राज्य और शहर को बनाने का दावा कर रहे हैं. नायडू ने राजनीतिक मजबूरी के कारण कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है.
राम माधव ने कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की हार से चिंतित नहीं है. हमारे पास 2014 में हिंदी भाषी राज्यों की लगभग सभी सीटें हैं. हमारे लिए दक्षिण और पूर्वी भारत महत्वपूर्ण है. कर्नाटक में हम 18 सीटों पर हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अपनी ताकत को मजबूत करें. हम तमिलनाडु में गठबंधन करेंगे. इन राज्यों ने कांग्रेस को लंबे समय पहले खारिज कर दिया गया था.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में बीजेपी के प्रदर्शन हम निराश हैं. हमें इतने बुरे रिजल्ट की संभावना नहीं थी. यहां तक कि कांग्रेस ने भी अनुमान नहीं लगाया था कि वे 20 से नीचे जाएंगे. जब हम कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त भारत या ओवैसी राज का अंत तो इसका मतलब है कि हम उनके राजनीतिक राज को समाप्त कर देंगे. तेलंगाना या दो अन्य राज्यों में हमारी विफलता के कई कारण हैं. लोगों को लगा कि टीआरएस और बीजेपी एक साथ आ रहे हैं. हम कल किसी के साथ गठबंधन कर सकते हैं.
राम माधव ने साफ किया कि बीजेपी ने उमर अबदुल्ला की राष्ट्रभक्ति पर सवाल कभी नहीं उठाया. वहीं पीडीपी के साथ गठबंधन खत्म होने पर कहा कि दोनों दलों की सोच अलग-अलग थी, लेकिन एक कॉमन मिनिमम एजेंडा पर हम काम कर रहे थे. माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमेशा सरहद पार से राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की जाती रही है. यहां तक की पहले प्रधानमंत्री नेहरू को शेख अबदुल्ला को जेल में डालने का फैसला लेना पड़ा था. उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में बीजेपी जम्मू कश्मीर में सरकार बनाएगी.