
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर से लेकर दक्षिण तक जोरदार प्रदर्शन हो रहा है. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सीएए, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए हैं. राज्य सचिवालय के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है.
दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह चेन्नई में भी महिलाएं सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रही हैं. आज प्रदर्शनकारी फोर्ट सेंट जॉर्ज में सचिवालय तक मार्च निकाल रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि तमिलनाडु विधानसभा भी सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित करे. रैली की शुरुआत कलिवानर आरंगम से हुई.
लाठीचार्ज का विरोध
सीएए के खिलाफ निकाले गए मार्च में हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हैं. 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद शहर में महिलाओं ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया और लाठीचार्ज में शामिल अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
CM पलानीस्वामी ने किया बचाव
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोगों को गिरफ्तार किया था और कहा कि सरकार को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग विरोध प्रदर्शनों को उकसा रहे हैं.