
देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को बुधवार देर रात को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई की टीम ने चिदंबरम को उनके जोरबाग स्थित घर से गिरफ्तार किया. इस दौरान भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे. आज सीबीआई चिदंबरम को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करेगी. इस मुद्दे पर पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने सरकार को घेरा और कहा कि कश्मीर मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सरकार ये सब कर रही है.
पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी चेन्नई से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. इस दौरान एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कार्ति ने कहा, यह राजनीतिक बदला है, मेरे पिता सीबीआई द्वारा दिए गए सभी समन पर पेश हुए हैं. सिर्फ अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने का मतलब ये नहीं है कि उन्हें आत्मसमर्पण करना होगा. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का समर्थन के लिए शुक्रिया. अधिकारियों के पास मामले को बंद करने की हिम्मत नहीं है.
उन्होंने कहा, मेरी तलाशी चार बार ली गई और मैं 20 से अधिक समन पर हाजिर हुआ. हर सत्र कम से कम 10 से 12 घंटे का था. 12 दिनों तक सीबीआई का मेहमान बना रहा. कार्ति चिदंबरम ने कहा कि सरकार कश्मीर मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए ये सब कर रही है.
क्या है आईएनएक्स स्कैम
चिदंबरम पर आईएनएक्स मीडिया केस में फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) से गैरकानूनी तौर पर मंजूरी दिलाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है. इस केस में अभी तक चिदंबरम को 20 से ज्यादा बार गिरफ्तारी से राहत मिल चुकी है, लेकिन इस बार उन्हें कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली. ये मामला 2007 का है, जब पी. चिदंबरम यूपीए-2 सरकार में वित्त मंत्री थे. पूर्व वित्त मंत्री के अलावा सीबीआई इस मामले में उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को भी गिरफ्तार कर चुकी है जो फिलहाल जमानत पर हैं.
कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया को 2007 में एफआईपीबी से मंजूरी दिलाने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोप में 28 फरवरी 2018 को गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने सीबीआई की एक प्राथमिकी के आधार पर एक पीएमएलए का मामला दर्ज किया. ईडी ने 2007 में विदेश से 305 करोड़ की राशि प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित तौर पर अनियमितता का आरोप लगाया है. ईडी की अब तक की जांच से पता चला है कि एफआईपीबी की मंजूरी के लिए INX मीडिया के पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने पी.चिदंबरम से मुलाकात की थी, ताकि उनके आवेदन में किसी तरह की देरी ना हो.