
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के कथित खुलासे पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. ऐसे में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने रविवार को केंद्र की मोदी सरकार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और मीडिया पर बिनी किसी सबूत मामले की पड़ताल करने और फैसला सुनाने की नई बेहतर प्रणाली विकसित करने का आरोप लगाया है. चिदंबरम ने कहा कि यह सिस्टम कंगारू अदालतों से भी आगे निकल गया है.
दरअसल कंगारू अदालत कुछ लोगों के समूह द्वारा लगाई जाने वाली अनाधिकृत अदालतें होती हैं, जो बिना किसी प्रमाण के किसी को अपराधी या दोषी ठहराने का काम करती है. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने रविवार को एक के बाद कई ट्वीट करके सरकार पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट में कहा, "यदि सरकार, ईडी और मीडिया का बस चले तो इस देश में मामलों की सुनवाई टीवी चैनलों पर ही होने लगेगी."
चिदंबरम की यह टिप्पणी दिल्ली की एक अदालत में ईडी के दावे के एक दिन बाद आई है, प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत को बताया कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकाप्टर मामले में कथित बिचौलिये क्रिश्चयन मिशेल ने "मिसेज गांधी" का नाम लिया है. चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा, "इस तरह के दावों पर, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और साक्ष्य अधिनियम लागू नहीं होगा. ईडी जो कुछ भी कहेगा वो मौखिक सबूत होंगे, कोई भी कागज का टुकड़ा पेश करेगा तो वह दस्तावेजी सबूत होगा और टीवी चैनल जो दिखायेंगे वो फैसला होगा."
चिदंबरम ने आगे लिखा, 'कंगारू अदालतें भी कोर्टरूम में सुनवाई करती हैं. हमारी नई 'बेहतर' प्रणाली कंगारू कोर्ट से भी आगे निकल जाएगी और टीवी चैनल पर न्याय दिलाया जाएगा.'
बता दें कि दिल्ली की एक अदालत में शनिवार को मामले की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि एक सवाल के जवाब में मिशेल ने "मिसेज गांधी" का नाम लिया है. इसके अलावा एजेंसी ने कहा कि उसने 'इटली की एक महिला के बेटे' का भी जिक्र किया.
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकाप्टर मामले की सुनवाई कर रही एक स्थानीय अदालत ने शनिवार को ईडी की हिरासत में कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल पर उसके वकील से मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया. ईडी ने अदालत में कहा कि मिशेल इस छूट का फायदा उठा रहा है. अपने वकील को चोरी छिपे पर्ची पकड़ा कर उसने पूछा है कि वह ‘‘श्रीमती गांधी’’ पर पूछे गये सवालों से कैसे निपटे.