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CII के साथ उपराज्यपाल अनिल बैजल ने लांच किया 'दिल्ली पॉजिटिव' कैंपेन

दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री, मंत्रियों और आईएएस अधिकारियों के बीच खींचतान का सिलसिला भले जारी हो. लेकिन उपराज्यपाल इन दिनों  पॉजिटिव कैंपेन के सहारे दिल्ली को बेहतर बनाने का ख्याब देख रहे हैं.

दिल्ली पॉजिटिव कैंपेन दिल्ली पॉजिटिव कैंपेन
केशवानंद धर दुबे/मोनिका गुप्ता/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 7:09 PM IST

दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री, मंत्रियों और आईएएस अधिकारियों के बीच खींचतान का सिलसिला भले जारी हो. लेकिन उपराज्यपाल इन दिनों  पॉजिटिव कैंपेन के सहारे दिल्ली को बेहतर बनाने का ख्याब देख रहे हैं. कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) द्वारा दिल्ली में आयोजित सालाना सत्र में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 'दिल्ली पॉजिटिव' कैंपेन की शुरुआत की.

एलजी अनिल बैजल ने दिल्ली को बेहतर करने की प्लानिंग के बारे में जानकारी दी. एलजी के मुताबिक, ट्रेफिक मैनेजमेंट को दिल्ली में बेहतर करने के लिए काम किया जा रहा है. एलजी ने कहा कि 'दिल्ली में पिछले 20 साल में 5 से 6 फीसदी वाहनों की की संख्या हर साल बढ़ रही है. वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एयर एक्शन प्लान दिल्ली के लिए तैयार किया गया, जिसकी शुरुआत जनवरी में हो चुकी है.

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एलजी ने दावा किया कि दिल्ली को ज़ीरो लैंडफिल साइट बनाना चाहते हैं. इसके लिए बाकायदा वेस्ट मैनेजमेंट को मज़बूत किया जा रहा है. साथ ही एलजी ने सरकारी दफ्तरों में सोलर पैनल लगाने को आवश्यक करने पर जोर दिया है.

कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के दिल्ली चेयरमैन राहुल चौधरी ने दिल्ली पॉजिटिव' कैंपेन के बारे में बताया. राहुल चौधरी ने कहा कि दिल्ली को पॉजिटिव राह पर लेकर जाना होगा. जनता को स्वच्छता से लेकर प्रदूषण से निपटने तक अपने आसपास ध्यान देने की ज़रूरत है. एजेंसी बहुत काम कर रही हैं. हालांकि राजनीतिक वजहों से उनके हाथ बंधे रहते हैं. सवाल यह उठता है कि क्या हम दिल्ली निवासी होने के नाते गर्व महसूस करते हैं? दिल्ली की इंडस्ट्री लघु उद्योगों से घिरी हुई है. दिल्ली को इंडस्ट्री की बजाय कमर्शियल हब, एजुकेशन हब बनाने की तरफ ध्यान देना चाहिए.

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दिल्ली को बर्बाद करने की कोशिश

सीआईआई की सालाना कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी हिस्सा लिया. जैन ने बताया कि दिल्ली को बर्बाद करने की कोशिश हो रही है. दिल्ली में लोग सुबह बाहर जाते हैं, रात में लौटते हैं. दिल्ली की भूगोलीय स्थिति ऐसी है, यहां हजारों से साल से दिल्ली व्यापार का केंद्र रहा है. सत्येंद्र जैन का कहना है कि सबसे ज्यादा डॉक्टर और इंजीनियर दिल्ली से निकल रहे हैं. लेकिन ये सभी दिल्ली से बाहर काम करने जा रहे हैं. दिल्ली में जो कुछ बना है, वो आजादी से पहले बना है. सरकारें सारे व्यापार को अपने कब्जे में करना चाहती है.

परिवहन व्यवस्था की दी जानकारी

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत दिल्ली की परिवहन व्यवस्था के बारे में सीआईआई के मंच पर जानकरी दी. गहलोत ने बताया कि दिल्ली की सभी बसों में कॉमन मोबिलिटी कार्ड लागू करने जा रहे हैं. इससे डीटीसी बसों के कंडक्टर को फायदा होगा. खुल्ले पैसे का दबाव कम होगा. मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण की चर्चा सिर्फ सर्दी में होती है, यह केवल की दिल्ली नहीं आसपास के राज्यों की समस्या है. ट्रांसपोर्ट को मज़बूत लड़ने के लिए दिल्ली सरकार 1000 बसें लाने जा रही है. इससे एक से दो महीने में सड़कों पर यात्रियों को राहत मिलेगी.

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