
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरे देश देश में जागरुकता अभियान चलाएगी. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देशभर में क्षेत्रीय स्तर पर कार्यशाला करने का फैसला किया है. भारतीय जनता पार्टी कानून की विशेषताओं और इससे होने वाले फायदों के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए 14 से 18 दिसंबर तक जागरुकता अभियान चलाएगी.
पहली कार्यशाला 14 दिसंबर को लखनऊ में होगी. इसके बाद 15 दिसंबर को दिल्ली और मुंबई में, 16 दिसंबर को बेंगलुरु और कोलकाता में और 18 दिसंबर को गुवाहाटी में कार्यशाला होगा. इसके लिए पार्टी कार्यालय से प्रत्येक प्रांत से लोगों की सूची मंगवाई गई है, जिनको कार्यशाला में भेजा जाएगा.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष के हमलों के बीच बीजेपी ने शुक्रवार को कहा कि इस कानून के बारे में लोगों के बीच फैलाए जाने वाले दुष्प्रचार को दूर किया जाएगा. पार्टी नागरिकता संशोधन कानून व्यापक संपर्क कार्यक्रम शुरू करेगी और इस कानून के बारे में लोगों के बीच पुस्तिका बांटेगी.
क्या है नागरिकता संशोधन कानून?
गौरतलब है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार देर रात नागरिकता संशोधन बिल 2019 को मंजूरी दे दी. इससे यह पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यक प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने वाला एक कानून बन गया है. जिसके अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के सदस्य जो 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हैं. उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी.