
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में रैली की. कोलकाता में सोमवार को हुई रैली के दौरान हजारों की संख्या में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि हम कभी भी नागरिकता कानून और एनआरसी को लागू नहीं करेंगे.
ममता बनर्जी ने कहा, 'भारत सबका है. अगर सबका साथ नहीं रहेगा तो सबका विकास कैसे होगा? नागरिकता कानून किसके लिए है? हम सभी नागरिक हैं. क्या आपने वोट नहीं डाला? क्या आप यहां नहीं रहते? हम सभी भारत के नागरिक हैं. हमारा आदर्श सभी धर्मों को एक साथ लाना है. हम किसी को भी पश्चिम बंगाल की जमीन छोड़ने नहीं देंगे. हम खुलकर और शांति से रहेंगे.'
ममता बनर्जी ने बड़ी विरोध रैली का नेतृत्व किया. कोलकाता शहर के मध्य में इंदिरा गांधी सरनी मार्ग पर बी.आर.आंबेडकर की प्रतिमा को माला पहनाने के बाद संकल्प लेते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि किसी को बंगाल नहीं छोड़ना होगा और सभी धर्मों के लोगों के बीच शांति व सौहार्द्र बनाने का उन्होंने आह्वान किया.
रैली की शुरुआत में संकल्प लिया गया, "हम सभी नागरिक हैं. हमारा आदर्श सभी धर्मों में सौहार्द्र है. हम किसी को बंगाल नहीं छोड़ने देंगे. हम शांति के साथ व चिंता मुक्त होकर रहेंगे. हम बंगाल में एनआरसी व सीएए को अनुमति नहीं देंगे. हमें शांति बनाए रखना है. ममता बनर्जी ने कहा कि उनका प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक नागरिकता कानून और एनआरसी को वापस नहीं लिया जाता.