
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल के कई शहरों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन की खबर है. प्रदर्शनकारियों ने मुर्शिदाबाद के सागरदीघी इलाके में महिषासुर स्टेशन पर तोड़फोड़ की.
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी और अमित शाह के पुतले भी जलाए. इसके अलावा हावड़ा में प्रदर्शनकारियों ने हाइवे को बंद कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. पुलिस ने हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. प्रदर्शनकारियों ने कोना (Kona) हाइवे पर एक सरकारी बस समेत कई प्राइवेट बसों में आग लगा दी.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ पश्चिम बंगाल में सड़कें बाधित करने और रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ करने के अगले दिन शनिवार को तनाव बढ़ गया है, जिससे सड़कों पर यातायात और रेल परिवहन बाधित हो गया है.
नए नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में पूर्वी रेलवे के बेलदांगा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद रेल कर्मियों को वहां से भागना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन मास्टर के केबिन में आग लगा दी और टिकट काउंटर में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी. वे रेलवे ट्रैक पर भी बैठ गए, जिससे लालगोला और कृष्णानगर के बीच रेल यातायात बाधित हो गया.
एक अन्य मामले में भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने बेलदांगा में राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित कर टायरों में आग लगा दी और एंबुलेंस समेत अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. जिले में जलंगी, रघुनाथगंज, शमशेरगंज, कांडी, बहरामपुर और डोमकल में सड़क परिवहन बाधित रहा.
वहीं हावड़ा जिले में आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण-पूर्वी रेलवे के उलुबेरिया स्टेशन में घुसकर परिसर में तोड़फोड़ की. इससे पहले भीड़ ने ट्रैक बाधित कर दिया, जिससे हावड़ा-खड़गपुर खंड पर अप-डाउन पर रेल परिवहन बाधित हो गया. हावड़ा-कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा-दिघा कंडारी एक्सप्रेस पर हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया. राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने लोगों से नियम और संसद द्वारा पारित कानून में विश्वास करने शांति कायम करने की अपील की और हिंसा को दुर्भाग्यशाली बताया.