
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन जारी है. लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सड़क पर उतरी हैं. जाधवपुर में सीएए के खिलाफ रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वे जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों और प्रोफेसर के साथ खड़ी हैं. रैली में ममता बनर्जी के साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद नुसरत जहां भी मौजूद हैं.
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के उस बयान पर निशाना साधा जिसमें कहा गया था कि 'ये जो आग लगा रहे हैं, ये कौन हैं उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है'. ममता बनर्जी ने कहा, अगर ऐसा है तो मुझे कपड़ों से पहचाना जाए. वे लोग (बीजेपी) विरोध प्रदर्शन की रैलियों में अपराधियों को घुसा कर हिंसा भड़का रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हंगामा फैलाने के जुर्म में अभी तक 750 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सोमवार को भी हुई थी रैली
इससे पहले सोमवार को ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ मध्य कोलकाता इलाके से चले एक लंबे जुलूस का नेतृत्व किया. जुलूस में हजारों लोगों ने भाग लिया. ममता ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की गतिविधि और नए नागरिकता कानून के राज्य में क्रियान्वयन को अनुमति नहीं देने को लेकर लोगों को संकल्प दिलाया.
खेल और सांस्कृति से जुड़ी शख्सियतें, शिक्षाविद् और नागरिक समाज के अन्य सदस्य जुलूस का हिस्सा बने. यह जुलूस इंदिरा गांधी सरानी मार्ग पर बी.आर.अंबेडकर की प्रतिमा से शुरू होने के साथ बड़ा होता गया. रैली से पहले ममता बनर्जी ने बी.आर.आंबेडकर की प्रतिमा को माला पहनाने के बाद संकल्प लेते हुए कहा कि किसी को बंगाल नहीं छोड़ना होगा और सभी धर्मों के लोगों के बीच शांति व सौहार्द बनाने का उन्होंने आह्वान किया.
संकल्प में कहा गया, "हम सभी नागरिक हैं. हमारा आदर्श सभी धर्मों में सौहार्द्र है. हम किसी को बंगाल नहीं छोड़ने देंगे. हम शांति के साथ व चिंता मुक्त होकर रहेंगे. हम बंगाल में एनआरसी व सीएए को अनुमति नहीं देंगे. हमें शांति बनाए रखना है." ममता ने कहा कि तृणमूल की रैली में सभी का स्वागत है. उन्होंने कहा कि देश जब संकट से गुजर रखा है तो हर किसी को साथ लेकर चलना होता है.