
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव खारिज किए जाने के बाद इस प्रस्ताव को लाने वाले नेता मायूस तो हैं, लेकिन अगले कदम के बारे में विचार शुरू कर दिया है. सीपीआई नेता डी. राजा ने कहा कि राजनीति में इस तरह की चीजें होती रहती हैं. महाभियोग प्रस्ताव को लेकर अगले कदम पर जल्दी फैसला करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि महाभियोग प्रस्ताव लाने में तमाम पार्टी में शामिल थी. इसमें लेफ्ट पार्टियों का भी पूरा सहयोग था.
बता दें कि राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू के घर जाकर कांग्रेस के नेताओं के साथ महाभियोग का प्रस्ताव देने में सीपीआई के नेता डी राजा ही शामिल थे. बाद में महाभियोग के बारे में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी डी राजा शामिल थे.
डी राजा ने कहा कि वो लोग इस फैसले का गहराई से अध्ययन करेंगे कि आखिर किन बिंदुओं के आधार पर महाभियोग का प्रस्ताव खारिज किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके बारे में वह लेफ्ट पार्टियों समेत दूसरी पार्टियों से भी बातचीत करेंगे.
उन्होंने कहा कि राज्यसभा के चेयरमैन ने अपना फैसला सुनाया है. लेकिन आगे का कदम क्या होगा इस बारे में हम लोगों को अभी विचार करना है. बता दें कि जब कांग्रेस के नेताओं से पूछा गया था कि अगर वेंकैया नायडू ने उन लोगों का प्रस्ताव खारिज कर दिया तो वह क्या करेंगे तो उनका कहना था कि इसके बाद न्यायालय का रास्ता खुला हुआ है.
डी राजा ने कहा कि महाभियोग प्रस्ताव लाने के पीछे हम लोगों का कोई निहित स्वार्थ नहीं है. हम लोग देश और सिस्टम की बेहतरी के लिए यह प्रस्ताव लाए हैं. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में उन लोगों का पूरा भरोसा है और वह इसका सम्मान करते हैं लेकिन आज जो स्थिति है उससे न्यायपालिका के प्रति लोगों का विश्वास कम हो गया है. राजा ने कहा कि से ठीक किए जाने की जरूरत है.
बता दें कि कानून के कई जानकार इस बात को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं कि महाभियोग प्रस्ताव की चिट्ठी लोकसभा चेयरमैन को दिए जाने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसे पब्लिक करना कानून के हिसाब से सही नहीं था. लेकिन इस बारे में पूछे जाने पर डी राजा ने कहा कि अब इन बातों का कोई मतलब नहीं है. जहां तक कानून के जानकारों के मत का सवाल है तो हर कानून का जानकार अपने हिसाब से राय दे रहा है. हम लोग इन तमाम चीजों पर विचार कर रहे हैं.