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सीबीएसई एग्जाम में लड़कियों ने फिर साबित किया अपना हुनर

इस बार 78.99 प्रतिशत लड़कों के मुकाबले 88.31 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं. वहीं टॉप 10 टॉपर्स में से आठ लड़कियां हैं.

सीबीएसी 12वीं टॉपर मेघना सीबीएसी 12वीं टॉपर मेघना
केशवानंद धर दुबे/मोनिका गुप्ता/स्मिता ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 26 मई 2018,
  • अपडेटेड 5:29 PM IST

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वी कें नतीजे घोषित कर दिए गए हैं.  पिछले साल की तरह इस साल भी लड़कियों ने बाजी मारी है. नोएडा की मेघना श्रीवास्तव ने 500 में से 499 अंक लाकर टॉप किया है, तो वहीं गाजियाबाद की अनुष्का चंद्रा 498 और जयपुर की चाहत बोधराज 497 अंक हासिल कर दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.

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इस बार 78.99 प्रतिशत लड़कों के मुकाबले 88.31 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं. वहीं टॉप 10 टॉपर्स में से आठ लड़कियां हैं. एक तरफ जहां देश भर में लड़कियों के इस शानदार प्रदर्शन से खुशी की लहर है, तो वहीं दूसरी तरफ इस बात का संतोष भी है कि तरक्की करते भारत में लड़कियों का योगदान हर दिन बढ़ता जा रहा है.

समाज के इस नए चेहरे पर 'आजतक' ने दिल्ली के जाने माने स्कूलों में से एक वसंत वैली स्कूल की प्रिंसिपल रेखा कृष्णन से बात की. उनका कहना है, 'समाज में लड़कियों ने हमेशा से ही बराबरी का योगदान दिया है. अच्छी बात ये है कि अब इसे उजागर भी किया जा रहा है. हमारे देश की लड़कियां लड़कों से किसी भी तरह से कम नहीं हैं. जरूरत उनको बस अवसर देने की है. उन्होंने कहा मैं बेहद खुश हूं कि इस बार भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है. साथ ही उम्मीद करती हूं कि आगे भी उनकी विकास की ये गति जारी रहेगी.'

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CBSE12th Result: पिछले साल से बेहतर रहे नतीजे, ऐसा था 2017 का रिजल्ट

वहीं रोहिणी स्थित केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल ए के झा का मानना है. 'ये एक सराहनीय बदलाव है. मेरा मानना है कि लड़कियां लड़कों से हमेशा आगे ही रहती हैं. पढ़ने में उनका ज्यादा इंटरेस्ट होता है. वो ज्यादा गंभीर होती हैं. इसलिए अगर उनको मौका मिले और सही दिशा में गाइडेंस दिया जाए तो वो सबको पीछे छोड़ देती हैं. लड़कियों के अच्छे अंक या उनका बेहतर योगदान हमेशा से ही रहा है. मौजूदा समाज में लड़कियों के बढ़ते कदम हमारे लिए गर्व की बात है.'

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