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ममता के लिए मंच तैयार, आधी रात स्टेज पर बैठीं, कहा- सत्याग्रह जारी रहेगा

CM Mamta Banerjee on CBI and Police conflict कोलकाता में सीबीआई और पश्चिम बंगाल की पुलिस के बीच का घमासान सियासी गलियारों तक पहुंच गया. रविवार शाम को धरने पर बैठी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में  बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा.

धरने पर बैठीं सीएम ममता बनर्जी (फोटो-PTI) धरने पर बैठीं सीएम ममता बनर्जी (फोटो-PTI)
राहुल झारिया
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 7:59 AM IST

कोलकाता में सीबीआई और पश्चिम बंगाल की पुलिस के बीच का घमासान सियासी गलियारों तक पहुंच गया. रविवार रात को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके बाद वे मेट्रो चैनल के पास धरने पर जा बैठीं. उनके साथ पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी धरने पर बैठे हैं. ममता के लिए आधी रात को धरने के लिए स्टेज बना दिया गया. रात ठीक 1.20 पर ममता मंच पर पहुंचीं. वहां ममता शॉल ओढ़कर कुर्सी पर बैठीं, जबकि कई नेता उनके साथ स्टेज पर नीचे बैठे हैं.

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ममता ने इस मौके को पूरी तरह से भुना लिया है. उन्होंने कहा कि उनका सत्याग्रह जारी रहेगा. रात में मेट्रो चैनल पर बड़ा स्टेज बनाया जा रहा है. कल यहां देश के अलग-अलग हिस्सों से कई बड़े नेता आने वाले हैं. सुबह होने वाली भीड़ के मद्देनजर पूरी तैयारी की जा रही है. ममता के धरना स्थल पर इस समय हजारों लोग मौजूद हैं.

वहीं कोलकाता स्थित सीबीआई दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है. ममता के समर्थन में कई दल आ गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनसे मिलने कोलकाता जा सकते हैं. वहीं अखिलेश यादव ने भी ममता का समर्थन किया है.

इससे पहले सीएम ममला ने कोलकाता के कमिश्नर राजीव कुमार के आवास के बाहर कहा कि बीजेपी बंगाल पर अत्याचार कर रही है. वे जबरन बंगाल को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि मैंने ब्रिगेड रैली की थी. कल आपने पीएम की भाषा देखी, जहां उन्होंने धमकी दी थी.

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सीएम ममता ने कहा कि मैं अब भी कहती हूं कि कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार बेस्ट पुलिस अफसर हैं.  वे कई साल से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि मेरी जिम्मेदारी मेरी राज्य की फोर्स को प्रोटेक्शन देना है. बिना सूचना के आप कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर आ रहे हैं. हम सीबीआई को गिरफ्तार कर सकते थे, लेकिन हमने छोड़ दिया.

उन्होंने सीबीआई को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिना सर्च वारंट के बिना एक आईपीएस  के आवास में प्रवेश करने का उन्होंने दुस्साहस किया. इसके बावजूद मैंने उन्हें जाने दिया. आगे उन्होंने कहा कि मैं सभी 23 पोल पार्टियों से अनुरोध करती हूं कि हमें बीजेपी को बाहर करने की जरूरत है. ये मोदी सरकार की गुंडागर्दी है. मैं अपनी टीम के साथ खड़ी रहूंगी. मेरे नजरों में उनकी इज्जत है. मुझे आज बहुत दुःख है. यह संघीय ढांचे का विनाश है. सीएम ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अब आईपीएस अफसरों को निशाने पर ले रहे हैं.

सीएम ममता ने कहा कि  मैं किसी चीज से नहीं डरती. वे(बीजेपी) अब मीडिया का उपयोग वहां पॉइंटिंग पिच के लिए भी कर रही है.  सीएम ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा के वे आपातकाल से भी बदतर तरीके से काम कर रहे हैं. उन्हें पता है कि बीजेपी 2019 में वापस नहीं आएगी.

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शारदा चिटफंड घोटाले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चिटफंड कंपनी के मालिक को हमने गिरफ्तार किया था न कि केंद्र की सरकार ने. आगे उन्होंने कहा कि मामले में हमने न्यायिक आयोग का गठन किया गया था और कांग्रेस ने मामला दायर किया था कि चिटफंड कंपनी का मालिक की गिरफ्तार की जानी चाहिए. हमने मामले की जांच की और गिरफ्तारी भी की. हमने घोटाले के बाद उन लोगों को पैसा लौटाने के लिए एक आयोग का गठन किया था.

टीएमसी प्रमुख के मुताबिक, वर्तमान सीबीआई चीफ और मिस्टर डोभाल प्रधानमंत्री मोदी के हाथों की कठपुतली हैं. सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि मैं संघीय ढांचे को बचाने के लिए धरना देने जा रही हूं. आज से मैं मेट्रो चैनल के पास बैठने जा रहा हूं. कल राज्य विधानसभा में कार्यवाही होगी, जहां मैं एक बैठक आयोजित करूंगी. इस धरना का अर्थ है सत्याग्रह.

वहीं सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई कल सुबह पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ सु्प्रीम कोर्ट जा सकती है. उनका कहना है कि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा चिट फंड घोटाले की जांच के आदेश के बाद भी मामले में कार्रवाई में एजेंसी के काम में बाधा पहुंचाई.

बता दें कि कोलकाता में रविवार को ही सारदा चिटफंड मामले में जांच करने कोलकाता पुलिस कमिश्नर के आवास पहुंचे सीबीआई के पांच अफसरों को स्थानीय पुलिस से दो-चार होना पड़ा. पहले उन्‍हें कमिश्नर के आवास के बाहर रोककर वारंट दिखाने की मांग की गई. सीबीआई अफसरों के साथ हाथापाई भी की गई. बाद में लोकल पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस थाने ले गई.

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