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सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने उच्च अदालतों में जज़ों की नियुक्ति के लिए चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की पहल की है. अब कोलेजियम हाईकोर्ट के जज़ के उम्मीदवारों से निजी तौर पर मुलाकात भी करेगा.
26 मार्च को हुई कोलेजियम की बैठक में कई ऐसे प्रस्तावों पर सहमति बन गई जिससे नियुक्ति की प्रक्रिया और पारदर्शी होगी. कोलेजियम के पास प्रस्ताव के मुताबिक मध्य प्रदेश और कलकत्ता हाईकोर्ट के जजों की नियुक्ति के लिए इस प्रक्रिया पर पहली बार अमल होगा.
अब तक उपयोग में लाई जा रही प्रक्रिया के मुताबिक कोलेजियम जजशिप के उम्मीदवारों की फ़ाइल में दर्ज तथ्यों, दस्तावेज़ों और रिपोर्ट्स पर चर्चा कर अपना फैसला कर लेता था.
कोलेजियम के पास आने वाली उम्मीदवारों की फाइल में संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री की सिफारिश, सिफारिश पर राज्यपाल का अनुमोदन, खुफिया ब्यूरो की रिपोर्ट, आयु, अनुभव, व्यवहार, बर्ताव, चरित्र आदि के ब्यौरे की तफसील से जांच होती है. अब फाइल के साथ खुद उम्मीदवार भी कोलेजियम के सामने मौजूद होंगे.
यानी अब उम्मीदवारों से निजी तौर पर मिलकर कोलेजियम तथ्यों पर चर्चा कर ज़्यादा तसल्ली पा सकेगा. सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम को मध्य प्रदेश और कलकत्ता हाईकोर्ट कोलेजियम से जजशिप के लिए नई निचली अदालतों और अनुभवी वकीलों में से समुचित उम्मीदवारों की सिफारिशें मिली हैं.