
मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले कई दिनों से डीके शिवकुमार से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है. कर्नाटक के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार सोमवार को ईडी के सामने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीसरी बार पूछताछ के लिए पेश हुए थे.
ईडी ने इस मामले में शुक्रवार और शनिवार को 13 घंटे से अधिक समय तक कांग्रेस नेता से पूछताछ की थी. ईडी ने कांग्रेस नेता पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 का उल्लंघन करते हुए हवाला लेनदेन में शामिल होने का आरोप लगाया है.
'बदले की राजनीति का शिकार'
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने अपनी गिरफ्तारी पर ट्वीट किया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) पर तंज कसा है. डीके शिवकुमार ने लिखा, 'मैं अपने बीजेपी के मित्रों को बधाई देना चाहता हूं, अंतत: उन्हें, मुझे गिरफ्तार करने के मकसद में कामयाबी मिली है. आईटी और ईडी के मामले जो मेरे खिलाफ दर्ज कराए गए हैं, वे राजनीति से प्रेरित हैं. मैं बीजेपी के प्रतिशोधात्मक राजनीति से पीड़ित हूं.'
एक अन्य ट्वीट में डीके शिवकुमार ने लिखा, 'मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अपील करता हूं कि वे मायूस न हों. मैंने कुछ गलत नहीं किया है. मुझे ईश्वर और देश की न्यायपालिका में पूरा भरोसा है. मुझे पूरा विश्वास है कि मैं न्यायिक और राजनीतिक, दोनों तरह से बदले की राजनीतिक को हराने में सफल रहूंगा.'
'देश का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस पर निशना'
कांग्रेस के दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ज्यादार इंडस्ट्री बेरोजगारी की मार से जूझ रही है. इन सबसे देश का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस नेताओं पर प्रतिशोध की भावना से काम किया जा रहा है. बीजेपी जान ले, डूबती हुई अर्थव्यवस्था, डूबता हुआ रुपया और आर्थिक आपातकाल से बीजेपी बच नहीं सकती है.'
कांग्रेस नेताओं का विरोध प्रदर्शन
डीके शिवकुमार के वकील उनकी जमानत के लिए कोर्ट में अपील दाखिल करेंगे. दिल्ली स्थित ईडी के दफ्तर के बाहर कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध जता रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ईडी मुख्यालय के बाहर इकट्ठे हुए हैं.
कांग्रेस ने गिरफ्तारी पर जताया ऐतराज
कांग्रेस ने डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी की निंदा की है. कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर पेज से कहा गया है कि राज्य की गड़बड़ होती अर्थव्यवस्था से जनता का ध्यान भटकाने के लिए राजनीति की जा रही है. सरकार कांग्रेस नेताओं के साथ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना रख कार्रवाई कर रही है.
कुमारस्वामी ने जताया विरोध
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडी(एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि एक दिन की पूछताछ के बाद त्योहार तक के लिए छुट्टी नहीं दी गई, ईडी अब शिवकुमार पर असयोग का आरोप लगा रही है. सत्तारूढ़ सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए कर रही है.
एजेंसी ने शिवकुमार से उनकी संपत्तियों के साथ ही नकदी से भरे बैग के बारे में पूछताछ की थी, जो उन्होंने अपने सहयोगियों के माध्यम से चांदनी चौक स्थित एक ट्रैवल कंपनी के मालिक को भेजे थे.
शिवकुमार ने इससे पहले इस साल जनवरी और फरवरी में ईडी द्वारा जारी किए गए समन को नजरअंदाज कर दिया था. लेकिन पिछले सप्ताह ही वित्तीय जांच एजेंसी की ओर से होने वाली गिरफ्तारी से अंतरिम राहत पाने के लिए उनकी याचिका को कर्नाटक हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
ईडी की रडार पर शिवकुमार
शिवकुमार 2016 में नोटबंदी के बाद से ही आयकर विभाग और ईडी के रडार पर हैं. उनके नई दिल्ली स्थित फ्लैट से दो अगस्त, 2017 को आयकर विभाग की तलाशी के दौरान 8.59 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी.
इसके बाद आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता और उनके चार अन्य सहयोगियों के खिलाफ आयकर अधिनियम 1961 की धारा 277 और 278 के तहत और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120 (बी), 193 और 199 के तहत मामले दर्ज किए.
आयकर विभाग के आरोप-पत्र के आधार पर ईडी ने शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया. शिवकुमार ने उन्हें और राज्य के अन्य विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर आरोप लगाया है.
(IANS इनपुट के साथ)