
महाराष्ट्र चुनाव के बाद फिर वीर सावरकर का मुद्दा उठ खड़ा हुआ है. दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली में राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान के बाद फिर सियासी विवाद छिड़ गया है. शिवसेना और बीजेपी के नेता राहुल गांधी को घेरने में जुटे हुए हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम सावरकर का सम्मान करते हैं.
माफी मांगने का इतिहास
भोपाल में 'आजतक' से खास बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा, मैं इतना ही कह सकता हूं कि दामोदर राव सावरकर के जीवन के दो पहलू हैं. एक वो है जब ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ते हुए उन्हें सज़ा हुई और कालापानी भेजा गया.
दिग्विजय सिंह ने कहा, सावरकर के जीवन का दूसरा पहलू माफी लिखकर जेल से निकलने का है. माफी मांग कर जेल से निकलने के बाद उन्होंने अपने पूरे समय पूरे देश में ब्रिटिश हुकूमत की बांटो और राज करो की नीति को ही आगे बढ़ाया. इसलिए दोनों ही पहलू उनके जीवन में रहे हैं.
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैं कहता हूं, जो भी व्यक्ति देश के लिए लड़ा है, हम उसका सम्मान तो करते हैं, लेकिन माफी मांगना एक अलग इतिहास है.'
राहुल गांधी के बयान पर रार
दरअसल, गुरुवार को झारखंड की एक रैली में राहुल गांधी ने देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर कहा था कि "नरेंद्र मोदी ने कहा था-मेक इन इंडिया..अब आब जहां भी देखो, मेक इन इंडिया..रेप इन इंडिया है." राहुल के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि अपने बयान के लिए राहुल माफी मांगें.
रामलीला मैदान की रैली में बीजेपी को जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी ने मुझे माफी मांगने के लिए कहा. मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, राहुल गांधी है. मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा. मैं मर जाऊंगा, मगर माफी नहीं मांगूंगा, न कोई कांग्रेस कार्यकर्ता माफी मांगेगा." राहुल गांधी ने जब अपना नाम 'राहुल सावरकर' न होने की बात कहकर निशाना साधा तो बीजेपी हमलावर हो उठी.