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प्रियंका फिर इंडिया गेट पहुंचीं, कहा- नोटबंदी की तरह लाइन में लगवाना चाहती है सरकार

नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक्ट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधने के बाद अब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए इंडिया गेट पहुंचीं और सरकार पर भी हमला साधा.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:25 AM IST

  • गरीब जनता ही सबसे ज्यादा प्रभावित होगीः प्रियंका गांधी वाड्रा
  • 'नोटबंदी की तरह लाइन में लोगों को लगवाना चाहती है सरकार'

नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) पर देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बाद अब राजनीतिक दल भी सक्रिय होते जा रहे हैं. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक्ट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधने के कुछ देर बाद अब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए इंडिया गेट पहुंचीं और सरकार पर जमकर हमला भी किया.

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार रात इंडिया गेट पहुंचीं और वहां नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) और एनआरसी गरीबों के खिलाफ है. गरीब जनता ही इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होगी. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों का क्या होगा.

देश को किस स्थिति में डाल रहेः प्रियंका

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अगर किसी को 30-35 साल पुराने दस्तावेज निकालने पड़े तो लोग कैसे दिखा पाएंगे. वो किस स्थिति में देश को डाल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से नोटबंदी के लिए लोगों को लाइन में खड़ा होना पड़ा था. उसी तरह से अब सरकार चाह रही है कि इस मुद्दे पर भी लोगों को लाइन में खड़ा कराया जाए.

उन्होंने कहा कि इससे कौन प्रभावित होगा. जो अमीर है वो तो पासपोर्ट दिखा देगा, लेकिन जो गरीब है, दिहाड़ी मजदूर हैं वो क्या करेंगे. हालांकि प्रियंका गांधी ने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वो शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन करें.

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इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी वीडियो जारी कर सरकार पर हमला बोला था. सोनिया गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन एक्ट भेदभावपूर्ण है. नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा.

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