
अरसे तक पर्दे के पीछे रहकर राजनीति करने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा अब 24×7 राजनेता की भूमिका में हैं. कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का अपनी शादी की सालगिरह के दिन आज यानी सोमवार को भी मैराथन बैठकों का सिलसिला जारी रहा. प्रियंका गांधी कांग्रेस के वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पहुंची. वहां करीब 5 घंटे तक यूपी के बुंदेलखंड इलाके से बुलाए गए कार्यकर्ताओं से अलग-अलग मुलाकात की. हमीरपुर, झांसी और जालौन की तीन लोकसभा सीटों के कार्यकर्ता लखनऊ में प्रियंका से नहीं मिल पाए थे.
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रियंका से सपा-बसपा से गठबंधन नहीं करने की बात कही, जिसे प्रियंका सुनती रहीं. लेकिन प्रियंका गांधी के सामने ही कार्यकर्ता जब एक दूसरे गुट की बुराई करने लगे तो प्रियंका ने दो टूक कहा कि केंद्र और यूपी में बीजेपी की सरकार है, आरएसएस काडर है. सपा-बसपा राज्य में हालिया दिनों में सरकार में रहे हैं, उनकी मज़बूती का भी डर है. वहीं राज्य में अरसे से सत्ता से बाहर कांग्रेस का संगठन कमज़ोर है, ऐसे में 2019 में मैं कोई जादू नहीं कर सकती. आप कार्यकर्ता आपस में लड़ना बंद करके एकजुट हो जाइए फिर आपके सहयोग से ही मैं आपके साथ मिलकर लड़ पाऊंगी.
वहीं पुलवामा में हुए आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के शहीद जवान अजीत कुमार आजाद की बेटी ईशा से प्रियंका वाड्रा ने बातचीत की और हिम्मत बंधाई. यह बातचीत उन्नाव की पूर्व कांग्रेस सांसद अन्नू टंडन ने करवाई. प्रियंका ने पूछा कि वह आगे क्या करना चाहती हैं, तो शहीद की बेटी ने कहा कि वह डॉक्टर बनकर लोगों की मदद करना चाहती हैं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक प्रियंका ने वादा किया कि हम आपकी पूरी मदद करेंगे. गौरतलब है कि अजीत कुमार आजाद सीआरपीएफ की 115वीं बटालियन में तैनात थे. उनकी शहादत के बाद परिवार का हाल बेहाल है.
प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि पुलवामा हमले की घटना के चलते वो शादी की सालगिरह नहीं मनाएंगे. बता दें कि प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की शादी 18 फरवरी 1997 को हुई थी.
बता दें कि प्रियंका गांधी बतौर कांग्रेस महासचिव सुबह 10 बजे के करीब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पहुंचीं. इस दौरान राहुल गांधी के घर वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद के बाद डीएमके सांसद कनिमोझी भी आईं. दरअसल, यह बैठक तमिलनाडु में सीट बंटवारे को लेकर हुई थी माना जा रहा है कि इस बैठक में सीट बंटवारे के मसौदे को अंतिम रूप दे दिया गया है. इसका औपचारिक ऐलान भी जल्दी कर दिया जाएगा.