
दिल्ली में शुक्रवार को बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं की बैठक हुई. जिसमें मोदी सरकार के कई मंत्री भी शामिल हुए. हालांकि समय-समय पर संघ और बीजेपी के बीच ऐसी बैठकें होती रहती हैं. इस बैठक में संघ-बीजेपी और सरकार के बीच तालमेल पर तो चर्चा हुई साथ ही 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात में होने वाले चुनावों पर भी चर्चा हुई. पार्टी को यह लगता है कि जो गलतियां बिहार चुनाव में हुई उससे सबक लेते हुए इन राज्यों में मिलकर काम करना है.
बैठक में यह भी चर्चा हुई की संघ और पार्टी मिलकर कैसे इन चुनावों में काम करें. ताकि बेहतर समन्वय में हो सके. सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि जिस प्रकार से बीजेपी-संघ ने 2014 और फिर असम में बेहतर तालमेल के साथ काम किया है उसी तरीके से उत्तर प्रदेश में भी तालमेल की जरूरत है. बैठक में कहा गया कि चुनाव के दौरान कोई ऐसी बयानबाजी ना हो जिससे चुनाव के नतीजों पर उसका असर पड़े. बैठक में सरकार की नीतियों को जनता तक कैसे पहुंचा जाए इस पर भी चर्चा हुई.
बैठक में संघ की ओर से दत्तात्रेय होसाबले बीजेपी की ओर से रामलाल, पार्टी और सरकार और संघ के बीच तालमेल का काम देख रहे उनके प्रतिनिधि कृष्ण गोपाल के अलावा मोदी सरकार के कई मंत्रियों ने बैठक में शिरकत की. बताया जाता है कि बैठक की अध्यक्षता आरएसएस के उपप्रमुख दत्तात्रेय होसाबले कर रहे हैं. आरएसएस और बीजेपी के बीच इस तरह की समन्वय बैठकें हर साल होती हैं.