
भारतीय वैक्सीन कंपनियां अपनी गुणवत्ता, विनिर्माण क्षमता और वैश्विक उपस्थिति के लिए जानी जाती हैं. इसके अलावा, वे प्रारंभिक चरण के वैक्सीन डेवलपमेंट रिसर्च में नवोन्मेषक के रूप में सामने आए हैं. इसी तरह, भारतीय शिक्षा और स्टार्ट-अप भी इस क्षेत्र में आगे बढ़े हैं.
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भारत में कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट की प्रक्रिया में 30 से अधिक भारतीय वैक्सीन विकास के अलग-अलग चरणों में हैं और कुछ ट्रायल स्तर पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं सब चीजों के मद्देनजर कोरोना से लड़ने के लिए चल रही तैयारियों को लेकर चर्चा की.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह भी देखा गया है कि पूरे देश में प्रयोगशालाओं के लिंकेज के साथ, आरटी-पीसीआर एप्रोच और एंटी बॉडी का पता लगाने के लिए दोनों स्तर पर बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है.
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