
पूरी दुनिया में अपना खौफ फैला चुका कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से फैल रहा है. लगातार बढ़ते मामलों के साथ देश में लोग कोरोना वायरस से घबराए हुए हैं, हल्की खांसी और छींक आने पर भी टेंशन हो जाती है. बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार ने किसी भी तरह की अफवाह से बचने, खुद की सुरक्षा के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं, जिससे कोरोना वायरस से निपटा जा सकता है.
ऐसे में कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहते हुए पूरी ऐहतियात बरतने की जरूरत है. अगर आप नीचे दी गई कुछ बातों पर अमल करेंगे तो कोरोना के किसी भी संक्रमण से बहुत हद तक बचे रहेंगे.
जानें- क्या करें और क्या न करें?
1-सोसायटी के पार्क, जिम या ऑडिटोरियम में न जाएं
अगर आप सोसायटी, मोहल्ले या कॉलोनी में रहते हैं तो वहां के पार्क, जिम या कॉमन एरिया आदि में जाने से बचें.
2-सार्वजनिक वाहनों का उपयोग न करें
लॉकडाउन में ट्रेन, बस, मेट्रो आदि सब बंद हैं. फिर भी बेहद जरूरी हो तो भी सार्वजनिक वाहनों का उपयोग न करे. आपको ये नहीं पता कि आपकी सीट कहीं कोरोना संक्रमित तो नहीं.
3-सार्वजनिक सभाओं में न जाएं
आप किसी भी समुदाय, दल की सभा या पार्टी वगैरह में जाने से परहेज करें. हो सकता है कि आप जिस सार्वजनिक सभा, जलसे, पार्टी या कार्यक्रम में गए हों. वहां कोई कोरोना संक्रमित हो.
4-शॉपिंग मॉल्स, सिनेमा आदि न जाएं
देश के ज्यादातर शॉपिंग मॉल्स और सिनेमाहॉल बंद कर दिए गए हैं. लॉकडाउन हटने के बाद भी अगले कुछ हफ्तों तक ऐसी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें.
5-अस्पताल में सतर्क रहें
अगर आपका कोई करीबी अस्पताल में है और आपको उसके पास रहना है तो खुद को अच्छे से ढक लें. मास्क लगाएं. सैनिटाइजर से लगातार हाथ साफ करते रहें. अस्पताल के स्टाफ के निर्देश मानें और मरीज से 5 फीट की दूरी से मिलें.
6-रेस्टोरेंट में खाने से परहेज करें
वैसे तो लॉकडाउन में रेस्टोरेंट्स बंद हैं. लेकिन जब खुलें तब भी सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखते हुए खाना खाएं. क्योंकि हो सकता है कि वहां कुक, वेटर या अन्य गेस्ट को कोरोना हो और उसके लक्षण न दिख रहे हों.
7-सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग न करें
मॉल्स, सड़क, बाजारों में बनाए गए सार्वजनिक मुफ्त शौचालयों का उपयोग न करें, क्योंकि उनके दरवाजों, हैंडल और नलों की इतनी अच्छी सफाई नहीं होती जितनी होनी चाहिए.
8-अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता का ख्याल रखें
साबुन से लगातार हाथ धोते रहें. छींकने और खांसने के दौरान अपना मुंह जरूर ढंकें. जब आपके हाथ स्पष्ट रूप से गंदे न हो, तब भी अपने हाथों को हैंड वॉश से जरूर धोएं. प्रयोग के बाद टिशु को तुरंत किसी बंद डिब्बे में फेंक दें.
9-डॉक्टर के संपर्क में रहे
अस्वस्थ होने पर डॉक्टर से मिलें. एक दूसरे से दूरी बनाए रखें. अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें. बुखार-खांसी-सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें या सरकारी हेल्पलाइन पर फोन करें.
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10-सभ्य बनें
सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें. कहीं भी टिशु न फेंके. कच्चे-अधपके मांस के सेवन से बचें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
11-बेवजह बाहर न जाएं
सरकार छूट दे तब भी फिलहाल बेवजह बाहर न जाएं. लॉकडाउन के दौरान भी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए भी सप्ताह में एक बार ही बाहर निकलें. बच्चों को बाहर न लाएं. संभव हो तो अकेले ही जाएंय
12-बुजुर्गों का ध्यान रखें
कोरोना वायरस बुजुर्गों को आसानी से अपना शिकार बना रहा है. परिवार के बुजुर्गों का खास ख्याल रखें. उन्हें घर में ही रखें और सुरक्षित रखें. उन्हें व्यस्त रखें ताकि घर में उन्हें बोरियत या अकेलापन महसूस न हो.
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13-लिफ्ट-सीढ़ियों पर सावधान रहें
लिफ्ट के बटन और सीढ़ियों की रेलिंग कुछ ऐसी जगह हैं जहां कोरोना संक्रमण हो सकता है. लिफ्ट के बटन दबाने के लिए अपने पास हमेशा टूथपिक रखें. एक टूथपिक का एक ही बार इस्तेमाल कर उसे कूड़े मे फेंक दें. सीढ़ियां चढ़ते या उतरते समय भी रेलिंग को पकड़ने से बचें.
14-बाहर से सामान मंगाने पर उसे सैनिटाइज करें
अगर आप बाहर न निकलते हुए कुछ ऑनलाइन मंगाते हैं तो सामान आने पर उसे सैनिटाइज जरूर करें. जिस कागज या प्लास्टिक में सामान डिलीवर हुआ है उसे तुरंत हटाकर फेंक दें. सामान की डिलीवरी लेकर अपने हाथ साबुन या सैनिटाइजर से धोएं. अगर आपने बाहर से खाना ऑर्डर किया है तब भी डिलीवरी लेते वक्त सावधानी रखिए.
15-बाहर से सब्जी लाने पर धो लें
अगर आप बाजार से सब्जी लाए हैं तो उसे गुनगने पानी से धो लें. दूध की थैली लाने पर उसे भी गर्मपानी में डाला जा सकता है. अगर कोई सामान तुरंत इस्तेमाल नहीं करना है तो उसे घर में लाकर एक सुरक्षित जगह रख दें जहां बच्चों की पहुंच न हो. कुछ दिन बाद उसका इस्तेमाल करें ताकि संभावित संक्रमण खत्म हो जाए.