
कोरोना वायरस के संक्रमण के साइकिल तोड़ने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने जो नियम और कानून बनाए हैं उन्हें तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आ रही है. ऐसे ही एक ताजा मामले में पुलिस ने केरल के कोल्लम से एक रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर को गिरफ्तार किया है. उन पर आरोप है कि उनकी बेटी की शादी में 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे. जबकि लॉक डाउन की स्थिति में 10 से ज्यादा लोगों क इकट्ठा होने पर मनाही है.
चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि दुल्हन के पिता जो कि केरल पुलिस के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हैं उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि वो शादी में 10 से ज्यादा लोगों को ना बुलाएं. लेकिन उन्होंने इस नियम का पालन नहीं किया. दुल्हन के पिता ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों को रोकने और समझाने की पूरी कोशिश की पर किसी ने उनकी बात नहीं मानी. पुलिस ने उनकी इस दलील को खारिज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
कोल्लम जिले के सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस एस हरिशंकर का कहा है कि दुल्हन के पिता पर सीआरपीसी और धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. बाद में उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया. कोरोना के खिलाफ जंग में डॉक्टरों के साथ-साथ पुलिस की भी अहम भूमिका बढ़ गई है.
डॉक्टर अगर अस्पतालों में मरीजों का उपचार कर रहे हैं तो सड़कों पर लॉकडाउन लागू करवाने का जिम्मा पुलिस पर आ गया है. अगर कोरोना को हराना है तो संक्रमण के साइकिल को तोड़ना ही होगा. 21 दिन का लॉकडाउन भारत के लिए सामाजिक दूरियों वाला सबक लेकर आया है. कोरोना को हराने के लिए इस फॉर्मूले पर पूरी दुनिया अमल कर रही है.