
लॉकडाउन 4.0 की अवधि समाप्त हो रही है. केंद्र सरकार ने लॉकडाउन समाप्त करने की योजना का खुलासा कर दिया है. इसके अलावा एक जून से लॉकडाउन में भी काफी रियायतें देने की घोषणा की है. इन सबके बीच प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच शुरू हुई तकरार अभी खत्म होती नहीं नजर आ रही.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
अब प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. सिब्बल ने पीएम मोदी से सवाल किया है कि उन्होंने पीएम-केयर्स फंड से प्रवासी मजदूरों को कितने रुपये की सहायता राशि दी है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सिब्बल ने पीएम मोदी से इस सवाल का जवाब देने का अनुरोध किया है.कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
सिब्बल ने कहा है कि इस दौरान कई लोग मरे, कई लोगों की पैदल अपने घर जाते समय मौत हुई. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ट्रेन में मरे, तो कुछ की भूख के कारण मौत हुई. गौरतलब है कि देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद ट्रेन और बस के परिचालन के साथ ही विमान सेवाएं भी बंद हो गई थीं. उद्योग-धंधे भी बंद हो गए थे.देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें
रोटी की तलाश में शहरों का रुख करने वाले मजदूरों के सामने जब रोजी-रोजगार का संकट उत्पन्न हुआ, तो बड़ी तादाद में मजदूर रेल पटरियों और सड़कों के रास्ते पैदल ही अपने घरों को निकल पड़े. बाद में सरकार ने श्रमिकों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार से 1000 बसों के परिचालन की अनुमति मांगी थी, जिसे लेकर सियासी हंगामा भी बरपा. प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर कांग्रेस शुरू से ही सरकार के खिलाफ आक्रामक रही है.