
मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को वकील गौतम खेतान, उनकी पत्नी रितु और 2 कंपनियों को आरोपी के रूप में चार मई को तलब किया है.
विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने इस्मैक्स इंटरनेशनल लिमिटेड और विंडसर होल्डिंग ग्रुप लिमिटेड सहित चारों आरोपियों को 4 मई को पेश होने के लिए कहा. ईडी ने इससे पहले सोमवार को कथित मनी लॉन्ड्रिंग और काला धन रखने के एक मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है.
वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील केस में भी गौतम खेतान आरोपी हैं. फिलहाल खेतान तिहाड़ जेल में बंद हैं और उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा. इस मामले में उनकी जमानत याचिका को अदालत खारिज कर चुकी है.
ईडी के विशेष लोक अभियोजक डी. पी. सिंह और एन. के. मट्टा के जरिये दायर 12500 पन्नों के आरोप पत्र में आरोप लगाया गया है कि खेतान के विदेश में कथित रूप से 6 बैंक खाते हैं, जिसमें करीब 5 हजार करोड़ रुपये जमा किये गए हैं, लेकिन इसके स्रोत का पता अभी तक पता नहीं चल पाया है.
अदालत ने इससे पहले आयकर विभाग को अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आरोपी खेतान से तिहाड़ जेल में पूछताछ की अनुमति दी थी. आयकर विभाग ने खेतान के खिलाफ काला धन एवं कर अधिनियम, 2015 के तहत एक मामला दर्ज किया था. इसी मामले के आधार पर धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत नया आपराधिक मामला दर्ज किया गया है.
कौन हैं गौतम खेतान
कालेधन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वकील गौतम खेतान को कुछ महीने पहले ही गिरफ्तार किया था. आयकर विभाग ने खेतान के खिलाफ कालेधन का मामला दर्ज किया है.
खेतान पर आरोप है कि वे गैर-कानूनी तरीके से विदेशी खाते ऑपरेट कर रहे थे. बता दें कि गौतम खेतान अगस्ता वेस्टलैंड सौदे मामले में भी आरोपी हैं.
गौरतलब है कि अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले मामले में सितंबर 2014 में खेतान को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद जनवरी 2015 में वह जमानत पर बाहर आ गए थे. इसके बाद दिसंबर 2016 में उनकी फिर से गिरफ्तारी हुई. बाद में फिर से जमानत में छूट गए थे.