
लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी को मात देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्ष को दलों एकजुट कर महागठबंधन बनाने की कवायद को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने तगड़ा झटका दिया है. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन संभव नहीं है. बीजेपी को हराना पहली प्राथमिकता है. ऐसे में पार्टी इस बारे में उचित समय पर फैसला करेगी.
उन्होंने कहा, 'इसका मतलब उत्तर प्रदेश में सपा (समाजवादी पार्टी) और बसपा (बहुजन समाज पार्टी) और सहयोगियों का गठबंधन हो सकता है. वहीं, बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व आरजेडी करेगा. मैं यह कह रहा हूं.'
सीपीएम के केंद्रीय समिति की बैठक के बाद सीताराम येचुरी ने कहा, 'हम समय आने पर महागठबंधन में शामिल होने पर फैसला करेंगे. चीजों को साफ होने दें. फिलहाल, हमारी प्राथमिकता बीजेपी को हराने और एक धर्मनिरपेक्ष सरकार गठन को सुनिश्चित करने की है.'
येचुरी ने कहा कि अगर राज्यों में चुनाव से पहले गठजोड़ करने के प्रयास किए गए तो सीपीएम बीजेपी को हराने के लिए उनका समर्थन करेगी.
उन्होंने कहा, 'अगर सपा और बसपा एक साथ आते हैं, तो हम बीजेपी को हराने के लिए उनके साथ होंगे.बिहार में अगर आरजेडी और अन्य धर्मनिरपेक्ष ताकतें हाथ मिलाती हैं तो हम उनका भी समर्थन करेंगे.'
यह पूछे जाने पर कि क्या सीपीए उन जगहों पर कांग्रेस उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जहां उसने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं? इस पर येचुरी ने सहमति जताई.
उन्होंने कहा कि बीजेपी विरोधी वोटों को एक साथ रखने के लिए चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी. येचुरी ने कहा कि यह कार्य भारत को बचाने के लिए बीजेपी को हराने और पश्चिम बंगाल को बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को हराने का है.
उन्होंने कहा, 'हम बंगाल में दोनों (बीजेपी और टीएमसी) की हार के लिए काम करेंगे..हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो.' येचुरी ने कहा कि तेलंगाना में, हमारा उद्देश्य बीजेपी और टीआरएस हराना है.
2019 में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बारे में पूछने पर येचुरी ने कहा कि किसी ने 2004 में मुझे बताया था कि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं, लेकिन क्या ऐसा हुआ?
उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के बारे में अनुमान नहीं लगाया जा सकता. हालात को देखकर फैसले लिए जाते हैं. येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी सीटों पर बीजेपी को हराने के लिए अभियान चलाएगी.