
चक्रवाती तूफान ‘Daye’के प्रभाव से ओडिशा के कई भागों में गरज के साथ भारी बारिश हुई. चक्रवाती तूफान शुक्रवार तड़के गोपालपुर में ओडिशा तट से आगे बढ़ गया. जनजातीय बहुल मलकानगिरी जिला बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.
तूफान की वजह से गजपति, गंजम, पुरी, रायगढ़ा, कालाहांडी, कोरापुट, मलकानगिरी, नाबरंगपुर जिलों में जोरदार बारिश हुई. राज्य के दक्षिणी और दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में भारी वर्षा हो रही है. अगले 12 घंटों में भारी बारिश होने की आशंका है.
एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि पंजम, सप्ताधारा, कोरुकोंडा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मलकानगिरी और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क संपर्क टूट गया है.
मदद पहुंचाने का आदेश
हालांकि तूफान डीप डिप्रेशन में पहुंच गया है और यह ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के आंतरिक क्षेत्रों में केंद्रीत है. मौसम विभाग का दावा है कि यह अगले 12 घंटे में कमजोर हो जाएगा.बारिश की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को सात दिनों के लिए प्रति व्यस्क प्रतिदिन 60 रुपये और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिदिन 45 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. पटनायक ने इसके साथ ही जिला प्रशासन को प्रभावित लोगों तक पहुंचने और उन्हें सहायता प्रदान करने का आदेश दिया.
अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं
विशेष राहत आयुक्त बिश्नुपडा सेठी ने कहा कि मलकानगिरी जिले में गुरुवार से बीते 24 घंटे में 166.25 मिलीमीटर बारिश हुई है. उन्होंने आगे कहा कि 150 लोगों को कोटेरु गांव से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, जबकि उन्हें राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. हालांकि किसी की मौत को कोई जानकारी नहीं है.
तेज बारिश की वजह से कोरापुट में कोलाब बांध अधिकारियों ने जलाशय के 2 गेट खोल दिए हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अधिकतर जगहों पर भारी बारिश की आशंका और राज्य के कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 24 घंटे तक ओडिशा तट के आसपास समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. राज्य सरकार ने अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.
राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) को विभिन्न जिलों में तैनात किया गया है. प्रभावित जिलों में सभी सरकारी कार्यालयों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है.