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देश के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश, गिरे ओले, फसलों को नुकसान

कोरोना संकट के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में तेज हवा के साथ हुई बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई.

भारी बारिश से फसलों को नुकसान भारी बारिश से फसलों को नुकसान
गोपी घांघर/शरत कुमार
  • अहमदाबाद/जयपुर,
  • 03 जून 2020,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST
  • ओलावृष्टि से फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
  • सौराष्ट्र में चक्रवाती तूफान के चलते हुई बारिश
  • गुजरात में केशर आम की फसल को नुकसान
  • राजस्थान के प्रतापगढ़ में आशियाने उजाड़ दिए

कोरोना संकट के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में तेज हवा के साथ हुई बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. तेज हवा के साथ ओले गिरने से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में बारिश से नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा है. राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में कई घर गिर गए. 

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हिमाचल प्रदेश के सोलन और कसौली में झमाझम बारिश के साथ खूब ओले गिरे. इससे किसानों की नगदी फसल टमाटर, शिमला मिर्च, फ्रासबीन, गोभी को भारी नुकसान पहुंचा है.

कसौली में तो जबरदस्त बारिश हुई है. साथ ही ओले भी गिरे. वहीं मौसम का भारी उल्टफेर भी देखने को मिला है. तापमान काफी नीचे लुढ़क गया है. गर्मी में लोगो को ठंड का अहसास हो रहा है.

गुजरात में केशर आम को नुकसान

गुजरात में सौराष्ट्र के कई इलाकों में निसर्ग चक्रवाती तूफान के चलते भारी बारिश हुई है. गुजरात का यह क्षेत्र केशर आम के लिए प्रसिद्ध है लेकिन बारिश की वजह से आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. सौराष्ट्र में केशर आम के लिए तलाला प्रसिद्ध है जहां भारी बारिश देखने को मिली है. वहीं प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ में बारिश हुई है.

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गुजरात में खेडा जिले के नडियाड शहर में निसर्ग चक्रवाती का असर देखने को मिला. यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. मध्य हालांकि खेडा जिले में ये मौसम की पहली बारिश होने से लोगों को गर्मी से निजात मिली वही दूसरी और अभी आने वाले 3 से 4 दिन तक बारिश होने का अनुमान है.

तेज़ तूफ़ान, बारिश से घर बर्बाद

राजस्थान के प्रतापगढ़ में तेज़ तूफ़ान के साथ आई बारिश ने कई लोगों के आशियाने उजाड़ दिए. कई लोग बेघर हो गए हैं और अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

प्रतापगढ़ जिले के कई इलाकों सोमवार शाम 8 बजे बाद घंटों तक तेज़ बारिश हुई. सुबह कई गांवों में बर्बादी का मंजर सामने था. धरियावद उपखंड के नाड़ ग्राम पंचायत समेत आस-पास के कुछ इलाकों में बारिश इतनी तेज़ थी कि लोगों के घर ही उजड़ गए. किसी की छत गिर गई तो किसी की दीवार. हवाएं इतनी तेज़ थीं कि कई पुराने बड़े-बड़े पेड़ भी जमीन से उखड़ कर गिर गए. गांव वालों ने कहा कि ऐसा तूफ़ान उन्होंने पहले कभी नहीं देखा. जिन लोगों के घर उजड़ गए हैं अब वे रो-रो कर सरकार से मुआवजे की मांग करते हुए मदद की गुहार लगा रहे हैं. 
 
जिले में आमतौर पर 15 जून से मानसून आता है. लेकिन इस बार जून की शुरुआत में ही ऐसी बारिश हुई कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला. इधर जिला कलक्टर अनुपमा जोरवल ने भी 15 जून से आपदा नियंत्रण कक्ष शुरू करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी विपरीत स्थिति से निपटा जा सके. बहरहाल नुकसान झेल रहे लोगों को सरकार से मदद की दरकार है.

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