
चक्रवाती तूफान वरदा ने तमिलनाडु में भारी तबाही मचाई है. तूफान और तेज हवाओं के कारण तटीय इलाकों में जगह-जगह नुकसान हुआ है. अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. आंध्र प्रदेश में भी तेज हवाओं से कई जगह कारें और टैंकर पलट गईं, पोल गिर गए.
तटीय इलाकों में हुआ नुकसान
भारी बारिश और 100 किलोमीटर की रफ्तार वाली हवा के साथ चक्रवात 'वरदा' सोमवार को चेन्नई तट से टकराया. 'वरदा' के कारण तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हो रही है. तेज हवा से सड़कों के आस-पास लगे पेड़ उखड़ गए. कई गाड़ियां पेड़ों के नीचे दब गई. इस चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें मुस्तैद थीं. आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों पर हाई अलर्ट जारी किया गया था.
कमजोर पड़ीं हवाएं
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में तहाबी मचाने के बाद तूफान वरदा कमजोर पड़ गया है. चक्रवात तमिलनाडु से पश्चिम-दक्षिण की ओर बढ़ गया है. हालांकि, इस दौरान हवाओं की रफ्तार में कमी आई है.
चार लाख के मुआवजे की घोषणा
चक्रवाती तूफान वरदा से हुई तबाही के कारण 10 लोगों की अबतक मौत हो गई है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने घोषणा की है कि मरने वालों के परिजनों को राज्य आपदा राहत कोष 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
उड़ानें रद्द
हवाओं और बारिश को देखते हुए चेन्नई हवाईअड्डे पर सोमवार रात तक सभी उड़ाने रद्द कर दी गईं थी. नौसेना के प्रमुख पीआरओ कप्तान डीके शर्मा ने बताया कि चक्रवात वरदा के चलते पेड़ उखड़ने लगे हैं. हवाओं की रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई जा रही है. 'वरदा' से निपटने के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 19 टीमें तैयार हैं. इतना ही नहीं भारतीय वायु सेना को भी हाई अलर्ट जारी किया गया है.
प्रभावित इलाकों से 10,000 लोगों को निकाला गया
चक्रवाती तूफान वरदा से प्रभावित तटीय इलाकों से 10 हजार से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. तूफान से मकानों, संचार सुविधाओं, रेल लाइनों, सड़क और उड़ानों पर असर पड़ा है. तमिलनाडु, तिरुवल्लुर और कांचीपुरम में ज्यादा असर है.
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
'आज तक' से बातचीत में एनडीआरएफ के डीजी आर. के. पचनंदा ने बताया कि एनडीआरएफ ने राहत के लिए तैयारियां पूरी की है. कुल 13 टीमें भेजी गई हैं. जिसमें आंध्र प्रदेश में 7 टीम नेल्लोर, टाडा, सलूरपेटा, ओंगले, चित्तोर, विशाखापट्टनम में, जबकि तमिलनाडु में 6 टीमें तैनात की गई है. जिनमें 3 टीम चेन्नई के लिए रवाना हुई है. 2 टीमें त्रिवलूर और 1 महाबलीपुरम में है. इसके अलावा कुछ टीमें रिजर्व भी हैं.
चंद्रबाबू नायडू ने दिए जरूरी निर्देश
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने खाद्य सामग्री का पर्याप्त भंडार बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. आपात स्थिति के लिए बिजली के खंभे और सीमेंट भी तैयार रखने को कहा गया है. आंध्र प्रदेश के नेल्लोर से मछिलीपट्नम तटवर्ती प्रान्त पर निगरानी बढ़ा दी गई है.