
दार्जिलिंग में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. यहां गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के उग्र प्रदर्शनकारियों ने इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के एक अधिकारी पर खुखरी से हमला कर दिया, जिसमें वे बुरी तरह घायल हुए हैं. इनकी पहचान किरण तमांग के रूप में की गई है, जो आईआरबी के 2nd बटालियन में असिस्टेंट कमांडर हैं.
वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग की स्थिति पर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. पीडब्ल्यूडी दफ्तर को भी फूंक दिया गया. ममता ने जीजेएम को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया. कई जगहों पर जीजेएम समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें हैं.
सियासी साजिश की इशारा
ममता बनर्जी ने GJM को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पांच साल तक ये लोग चुप थे और चुनाव नजदीक देखकर हिंसा की साजिश की गई. ममता बनर्जी ने लोगों ने शांति की अपील की. साजिश की ओर इशारा करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जीजेएम के नेताओं के घर इतने हथियार कहां से आए? ममता बनर्जी ने कहा कि
इससे पहले, शनिवार को जीजेएम की महिला मोर्चा ने बड़ी रैली निकाली. ममता बनर्जी ने कहा कि अदालत ने जीजेएम के प्रोटेस्ट को अवैध करार दिया वे अदालत की बात भी नहीं मान रहे. दार्जिलिंग में जो कुछ हो रहा है वह गुंडागर्दी है.
गौरतलब है कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को छठे दिन भी जारी है, जिसके चलते उत्तरी पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है. राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और जीजेएम के बीच चल रहे घमासान के चलते दार्जिलिंग की वादियों में अशांति व्याप्त है.
जीजेएम के सहायक महासचिव बिनय तमांग ने दावा किया कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब तीन बजे उनके घर में भी उसी प्रकार छापेमारी और तोड़फोड़ की, जैसे दो दिन पहले उन्होंने पार्टी प्रमुख बिमल गुरंग के घर पर की थी. तमांग ने साथ ही दावा किया कि पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है. अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है.
वहीं, तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता देवराज गुरंग ने दावा किया कि जीजेएम समर्थकों ने लेबोंग कार्ट रोड स्थित उनके आवास पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके. जीजेएम समर्थकों ने कथित तौर पर पंखाबाड़ी में एक स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता के आवास पर हमला किया और बिजोनबाड़ी में पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में आग लगा दी.
पर्यटन पर भी बुरा असर
दार्जिलिंग में जारी हिंसा का पर्यटन पर भी बुरा असर पड़ा है. एक रेल अधिकारी के मुताबिक, यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) की टॉय ट्रेन सेवा भी स्थगित कर दी गई है.
जीजेएम ने सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किए जाने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले के विरोध में पहाड़ी क्षेत्र दार्जिलिंग एवं कालिम्पोंग जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है. हालांकि, मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि नया नियम पहाड़ी जिलों में नहीं लागू किया जाएगा. इसके बाद भी हड़ताल का आह्वान किया गया है.