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पाकिस्तान को जबरदस्त झटका देने की तैयारी, सरकार कर रही सिंधु नदी समझौते की समीक्षा

बैठक में उरी हमले अहम मुद्दा रहा. खबरों के मुताबिक मीटिंग में यह रणनीति भी तैयार की गई कि इस हमले का बदला लेने के लिए भारत को क्या कदम उठाने चाहिए और सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए क्या किया जाना चाहिए.

मनोहर पर्रिकर मनोहर पर्रिकर
प्रियंका झा/अशोक सिंघल/मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

गृह मंत्रालय में शुक्रवार सुबह हलचल तब तेज हो गई जब देश के रक्षा मंत्री नार्थ ब्लॉक आए. अमूमन सुबह 10:30 बजे गृह मंत्री देश की आंतरिक सुरक्षा पर बैठक लेते हैं जिसमें सभी सुरक्षा एजेंसियों के मुखिया शामिल होते हैं. शुक्रवार को साउथ ब्लॉक से रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर लगभग 11 बजे नॉर्थ ब्लॉक पहुंचे. बताया जा रहा है कि गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की आधे घंटे चली इस बैठक में देश की आंतरिक सुरक्षा से लेकर उरी आतंकी हमले के बाद सरहद पर तैयारी पर चर्चा हुई.

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इस बीच, खबरें हैं कि सरकार पाकिस्तान के साथ सिंधू जल समझौते को रद्द करने पर विचार कर रही है. जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इस मामले पर चर्चा की.

बैठक के बाद गृह मंत्री के कमरे से बाहर निकलते हुए रक्षामंत्री काफी संतुष्ट नजर आए. गौरतलब है कि रक्षा मंत्री आधे घंटे में ही हो रहे राफेल सौदा पर हस्ताक्षर करने जा रहे थे. जब उनको इस मसले पर आज तक ने पूछा कि क्या वह सौदे को लेकर खुश हैं? तो उन्होंने कहा जब तक स्याही नहीं सूखे तब तक बधाई नहीं लेनी चाहिए.

तटीय सुरक्षा पर बातचीत
सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री ने रक्षा मंत्री से मुंबई में हाई अलर्ट को लेकर विस्तार से चर्चा की. अक्टूबर महीने में गोवा में होने वाले ब्रिक्स समिट पर भी विचार-विमर्श हुआ. गौरतलब है कि गोवा भी भारत के पश्चिमी छोर में है. ऐसे में समुद्री तटों पर सुरक्षा की तैयारी पर भी बातचीत हुई. दूसरी और जिस तरह से उरी में परिस्थितियां बदल रही है, उसके मद्देनजर उत्तर में सरहद पर भारत की तैयारी का ब्योरा रक्षामंत्री ने गृह मंत्री को दिया. जाहिर है कि उरी हमले को लेकर देश में आक्रोश है और सरकार घटनाओं पर अपनी पैनी नजर बनाई हुई है.

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