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डोकलाम में हम चीन की किसी भी हरकत के लिए तैयार: निर्मला सीतारमण

भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश की सेना डोकलाम में चीनी खतरे से निपटने के लिए तैयार है. सीतारमण ने कहा है कि भारतीय सेना चीन के साथ लगी सीमा पर मुस्तैदी के साथ तैनात है.

निर्मला सीतारमण निर्मला सीतारमण
भारत सिंह
  • देहरादून,
  • 25 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 10:01 PM IST

भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश की सेना डोकलाम में चीनी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. सीतारमण ने कहा है कि भारतीय सेना चीन के साथ लगी सीमा पर मुस्तैदी के साथ तैनात है.

देश की रक्षा मंत्री ने उत्तराखंड में यह बातें कहीं. यहां उनसे पत्रकारों ने डोकलाम में चीन की गतिविधियां तेज होने पर सवाल किए. इस पर सीतारमण ने कहा कि भारत की सेना डोकलाम में किसी भी औचक स्थिति का सामना करने के लिए सतर्क और तैयार है.

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शौर्य दिवस के मौके पर देहरादून पहुंचीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनडीए और सीडीएस में चुने गए युवाओं को सम्मानित किया. सीएम आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना का मॉर्डेनाइजेशन किया जा रहा था. हमारी सेना जल्द ही मॉर्डन आर्मी बनकर उभरेगी.

कुछ महीनों पहले भूटान से लगे इलाके डोकलाम में सैन्य तैनाती को लेकर भारत और चीन के बीच काफी तनाव देखा गया था. हालांकि, दोनों देशों के बीच अभी स्थिति तनावपूर्ण नहीं है, पर भारत की रक्षा मंत्री ने हाल ही में संसद में कहा था कि चीन डोकलाम में हवाई पट्टी, रेलवे लाइन, सैन्य ठिकाने और सड़क बना रहा है. इन्हीं आशंकाओं के बीच अब सीतारमण ने कहा है कि भारत अपने इलाके की संप्रभुता का पूरा ख्याल रख रहा है.

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आपको बता दें कि भारत सरकार चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात जवानों को नई राइफल, लाइट मशीन गन और क्लोजक्वार्टर बैटल कार्बाइन उपलब्ध करा रही है. भारत के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस काम को प्राथमिकता से किया जा रहा है.

सरकार यह काम फास्ट ट्रैक प्रॉसिजर (FTP) के तहत करेगी. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को ही चयनित विदेशी कंपनियों को 72,400 असॉल्ट राइफल्स, 16,479 LMG और 93,895 CQB कार्बाइन्स के लिए शुरुआती टेंडर दे दिया गया है. इसकी लागत करीब 5,366 करोड़ रुपये आएगी.

वहीं, रक्षा मंत्री ने कहा कि बचपन में जब हम उत्तराखंड आते थे तो यह सिर्फ चारधाम यात्रा के लिए जाना जाता था. लेकिन अब यह वीरभूमि के नाम से जाना जाता है. इस मौके पर आर्मी जनरल विपिन रावत भी मौजूद रहे. विपिन रावत ने कहा कि, उत्तराखंड वीरभूमि है. यहां के लोग हमेशा देशसेवा के लिए तत्पर रहते हैं. इसके साथ ही कार्यक्रम में वीर महिलाओं को भी सम्मानित किया गया.

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