
हिंदूवादी संगठन हिंदू रक्षा दल (HRD) ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में पिछले दिनों (5 जनवरी की शाम) हुई हिंसा की जिम्मेदारी ली है. इस हिंसा में नकाबपोश लोगों ने बर्बरतापूर्वक क्रूर हमला कर बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों को घायल कर दिया था. इस संगठन ने आगे भी ऐसी हिंसा करने की धमकी दी है.
हिंदू रक्षा दल की ओर से किए गए दावे पर दिल्ली पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लिया है और हर तरीके से इस दावे की जांच की जाएगी. साथ ही दिल्ली पुलिस की ओर से हिंसा की सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है.
ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, हिंदू रक्षा दल के नेता भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने दावा करते हुए कहा कि कहीं भी देश विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो भी देश विरोधी गतिविधियां करेगा उसके साथ ऐसा ही जवाब दिया जाएगा जैसा कि हमने कल शाम को दिया. हिंसा को लेकर सारी जिम्मेदारी हम लेते हैं.
भूपेंद्र तोमर ने 1 मिनट और 59 सेकेंड के इस वीडियो में कहा कि अगर भविष्य में कोई भी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की कोशिश करता है तो भविष्य में भी हम उसी तरह की कार्रवाई करेंगे.
पिंकी भैया के नाम से मशहूर तोमर ने अपने करीब 2 मिनट के वीडियो के शुरुआत में यह भी कहा कि वह और उनका राइट-विंग संगठन हमले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं. वे हमारे देश में रहते हैं, वे यहां खाते हैं, यहां अपनी शिक्षा प्राप्त करते हैं और फिर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं. हम हमेशा देश के लिए अपने जीवन का बलिदान करने के लिए तैयार हैं.
कब चर्चा में आया HRD
जनवरी 2014 में हिंदू रक्षा दल (HRD) उस समय चर्चा में आया जब उसने कौशाम्बी (गाजियाबाद) में आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय पर हमला कर दिया था. दल के नेता भूपेंद्र तोमर को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के ऑफिस में कथित रूप से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था.
हिंदू रक्षा दल की ओर से यह हमला आम आदमी पार्टी (AAP) के तत्कालीन नेता प्रशांत भूषण की ओर से जम्मू-कश्मीर में सेना रखने पर जनमत संग्रह कराए जाने संबंधी बयान के विरोध में किया गया था.
उस समय पुलिस के अनुसार, इस हमले के विरोध में 'अज्ञात' हमलावरों और हिंदू रक्षा दल पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायतें दर्ज की गई थीं.
मीट व्यापार का आरोप लगाया
सितंबर 2014 में, हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय संयोजक भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने संगठन के सदस्यों के साथ तत्कालीन उपपुलिस अधीक्षक, इंदिरापुरम को सौंपे एक ज्ञापन में आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे मीट फैक्ट्री मालिकों का अवैध व्यापार को बढ़ावा मिल सके.
हिंदू रक्षा दल से जुड़े सदस्यों ने साहिबाबाद के साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र में मीट पैकेजिंग और एक्सपोर्ट फैक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कि कंपनी चोरी-छिपे बीफ पैकेजिंग का काम कर रही है.