
दिल्ली के उपराज्यपाल के दफ़्तर में 9 दिनों तक धरना देने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत बिगड़ गई है. केजरीवाल दस दिन की प्राकृतिक चिकित्सा के लिए गुरुवार को बेंगलुरु रवाना हो रहे हैं.
सीएम दफ़्तर के मुताबिक नौ दिन के धरने के बाद केजरीवाल का शुगर काफी बढ़ गया. सीएम दफ़्तर ने बताया कि शुगर कंट्रोल के लिए बेंगलुरु में 10 दिनों तक अरविंद केजरीवाल का इलाज चलेगा.
हालांकि, केजरीवाल के बेंगलुरु जाने से आईएएस अधिकारियों के साथ उनकी बैठकों में विलंब होना तय है. केजरीवाल की अनुपस्थिति में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया उनका भी कार्यभार देखेंगे. आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल खांसी की समस्या के लिए पहले भी बेंगलुरु में प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करा चुके हैं.
- जनवरी 5, 2015- अरविंद केजरीवाल ने खांसी की समस्या से उबरने के लिए 12 दिनों के प्राकृतिक चिकित्सा उपचार के लिए बेंगलुरू में इलाज करवाया था.
- जनवरी 27, 2016 को अरविंद केजरीवाल 10 दिनों के इलाज के लिए बेंगलुरु में प्राकृतिक चिकित्सा के लिए पहुंचे.
- फरवरी 7, 2017 को प्राकृतिक चिकित्सा के लिए केजरीवाल ने 16 दिनों तक बेंगलुरु में इलाज कराया था.
- सितंबर 11, 2017 को अरविंद केजरीवाल महाराष्ट्र के इगतपुरी में 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर में हिस्सा ले चुके हैं.
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने साधा निशाना
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल के धरना खत्म करने के पीछे की रणनीति अब सबके सामने आ चुकी है. और इसी छुट्टी पर जाने के लिए केजरीवाल ने मंगलवार को धरना खत्म किया था.
गुप्ता ने आरोप लगाया कि छुट्टी पर जाने के लिए धरने पर से मंगलवार को उठना ज़रूरी था और केजरीवाल ने यही किया. गुप्ता ने केजरीवाल की छुट्टी को दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात बताया है.
गुप्ता ने कहा कि पहले 9 दिनों का धरना और उसके बाद अब 10 दिनों की छुट्टी में केजरीवाल से कोई संपर्क नहीं हो पाएगा, जिसका मतलब साफ है कि केजरीवाल भीषण गर्मी में दिल्ली को प्यासा छोड़ बेंगलुरु जा रहे हैं.