
'डिसऑनर कीलिंग' का नाम देते हुए रविवार को नई दिल्ली के प्रेस क्लब में एक सम्मेलन के तहत एक ऐसे मजबूत कानून बनाने की मांग की गई जो ऐसी हत्याओं को रोकने में कारगर हो. इस कानून के तहत पुलिस और उन अधिकारियों के तहत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई जो अपराधियों की ढाल बनते हैं.
वक्ताओं में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और कीर्ति सिंह सहित अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संगठन के महासचिव सुधा सुन्दरारमण और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर आनंद कुमार ने झूठे सम्मान के नाम पर हो रहे अपराधों को रोकने के लिए कानून की मांग की.
'डिसऑनर कीलिंग के खिलाफ: एक बेहतर दुनिया के लिए' इस सम्मेलन में पत्रकार निरुपमा पाठक की हत्या की धीमी जांच प्रक्रिया की निंदा का प्रस्ताव पारित किया गया.
गौरतलब है कि अप्रैल में दिल्ली की पत्रकार निरुपमा पाठक कोडरमा स्थित अपने घर में संदिग्ध रूप से मृत पाई गई थीं.