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चक्रवाती तूफान नाडा की वजह से उत्तर भारत में घना कोहरा

उत्तर भारत में पंजाब से लेकर बिहार तक घने कोहरे की चादर छाई हुई है. हर किसी को लग रहा है कि आखिरकार क्या हो गया जो इतना घना कोहरा छा गया. उत्तर भारत के तमाम इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बने हुए हैं लेकिन हवा में नमी की मात्रा 90 से 100 फीसदी तक पहुंच रही है.

7 दिसंबर के बाद फिर से छाएगा कोहरा 7 दिसंबर के बाद फिर से छाएगा कोहरा
मोनिका शर्मा/सिद्धार्थ तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 2:41 AM IST

उत्तर भारत में पंजाब से लेकर बिहार तक घने कोहरे की चादर छाई हुई है. हर किसी को लग रहा है कि आखिरकार क्या हो गया जो इतना घना कोहरा छा गया. उत्तर भारत के तमाम इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बने हुए हैं लेकिन हवा में नमी की मात्रा 90 से 100 फीसदी तक पहुंच रही है.

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दरअसल उत्तर भारत में मौसम के बदले हुए मिजाज के पीछे बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान नाड़ा है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर भारत में इस चक्रवाती तूफान की वजह से पूरब की दिशा से बंगाल की खाड़ी से बड़ी मात्रा में नमी पहुंच रही है. इससे जहां एक तरफ ऊंचाई पर हवा का रुख बदल गया तो वहीं जमीन पर हवा ठहर गई. ऐसे में ठहरे हुए वातावरण में कोहरे की चाद र तन गई.

दिल्ली समेत तमाम इलाकों में विजिबिलिटी घटी
वैसे देखा जाए तो कोहरे का यह सिलसिला 29 नवंबर से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाकों से शुरू हुआ था. 30 नवंबर आते-आते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक बड़े इलाके में कोहरे ने अपने पांव पसार लिए. इस तरह दिसंबर की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई. मौसम विभाग के ऑब्जरवेशन के मुताबिक नई दिल्ली में पालम एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी सुबह-सुबह 25 मीटर से नीचे गिर गई. राजस्थान के गंगानगर और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी 25 मीटर तक पहुंच गई.

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रेल यातायात पर भी पड़ा असर
मणिपुर की राजधानी इंफाल और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई. बिहार के गया और उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी 50 मीटर रह गई. कुल मिलाकर सीधी सी बात यह है की घने कोहरे ने पूर्वोत्तर भारत से लेकर उत्तर भारत तक कोहराम मचा रखा है. इसके चलते सबसे ज्यादा असर रेलवे यातायात पर देखा जा रहा है. रेलवे की ट्रंक रूट पर घने कोहरे की वजह से ट्रेन 24-24 घंटे लेट हैं. कोहरे ने हर तरह की ट्रेन पर असर डाला है, चाहे वह राजधानी हो या गरीब रथ.

7 दिसंबर के बाद फिर छाएगा घना कोहरा
मौसम विभाग के डायरेक्टर आर बिसेन के मुताबिक उत्तर भारत में घने कोहरे का यह दौर 3 दिसंबर कि सुबह तक चलेगा. उसके बाद मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखा जाएगा. उत्तर भारत के तमाम इलाकों में हवाओं की दिशा उत्तर पश्चिम हो जाएगी और इस वजह से कई इलाकों को 4 तारीख से लेकर 6 तारीख तक घने कोहरे से निजात मिली रहेगी. उसके बाद घने कोहरे का एक दूसरा दौर शुरू होगा. घने कोहरे का यह दूसरा दौर 7 दिसंबर से लेकर 10 दिसंबर तक जारी रहेगा. मौसम विभाग ने इस तरह का अनुमान इसलिए लगाया है क्योंकि साइक्लोन नाडा के बाद एक दूसरा साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में करवट लेगा और इस दूसरे साइक्लोन के चलते उत्तर भारत में 7 दिसंबर से घने कोहरे का एक दूसरा दौर देखा जाएगा.

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