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BAT के हमले पर बोले BSF DG- बॉर्डर पर PAK की कायराना हरकतों का दे रहे हैं मुंहतोड़ जबाव

बीएसएफ डीजी ने कहा कि हमारी सेना ने जिन्होंने BAT एक्शन किया है, उनको मार गिराया. हालांकि, इस एक्शन में हमारे 2 जवानों ने शहादत दी है. जवानों को हम श्रद्धांजलि देते हैं. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर बीएसएफ और हमारी फोर्सेज पूरी तरह से तैयार हैं और जब भी समय आएगा हम उसका जवाब देंगे.

बीएसएफ डीजी केके शर्माडीजी बीएसएफ डीजी केके शर्माडीजी
जितेंद्र बहादुर सिंह/सना जैदी
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2017,
  • अपडेटेड 6:28 PM IST

एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से BAT टीम के हमले पर बीएसएफ ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सीमा की सुरक्षा के लिए जवान पूरी तरह मुस्तैद हैं और पाकिस्तान की कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है. बीएसएफ के डीजी केके शर्मा ने कहा कि भारत की सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

बीएसएफ डीजी ने कहा कि हमारी सेना ने जिन्होंने BAT एक्शन किया है, उनको मार गिराया. हालांकि, इस एक्शन में हमारे 2 जवानों ने शहादत दी है. जवानों को हम श्रद्धांजलि देते हैं. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर बीएसएफ और हमारी फोर्सेज पूरी तरह से तैयार हैं और जब भी समय आएगा हम उसका जवाब देंगे.

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पशु तस्करी पर भी सख्ती

बांग्लादेश बॉर्डर पर पशु तस्करी के मामले पर डीजी बीएसएफ ने कहा कि नदी के रास्तों का इस्तेमाल करके पशु तस्करी हो रही है उसे रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. बीएसएफ 900 किलोमीटर नदी के इलाके में टैक्निकल फेंसिंग लगाकर पशु तस्करी रोकेगी. गौरतलब है कि आज तक ने असम में नदी के जरिए बांग्लादेश में पशु तस्करी का खुलासा किया था.

डीजी बीएसएफ ने कहा कि कैटल स्मगलरों के लिए एक-एक इंच की सुरक्षा करना भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर संभव नहीं है. ज्यादातर कैटल स्मगलिंग नदी के इलाके से होता है. डीजी ने माना कि नदी के रास्ते कैटल स्मगलिंग हो रही है. बीएसएफ डीजी ने कहा कि भारत बंगलादेश का बॉर्डर 4100 किलोमीटर का है.

उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह बीएसएफ और कैटल स्मगलर के बीच में मुठभेड़ हुई जिसमें 2 स्मगलर मारे गए. असम में ये घटना हुई. कैटल स्मगलिंग दोनों देशों के लिए जटिल समस्या है. बीएसएफ इसको रोकने का भरसक प्रयास करती है. एक साल में लगभग 150 जवान हमारे घायल हुए हैं. 3 जवानों ने अपनी जान गंवाई है.

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बीएसएफ डीजी ने कहा कि इस समस्या को रोकने के लिए काम किया जा रहा है. 2014 में जहां 23 लाख कैटल स्मगल होती थी. अब 6 लाख कैटल हर साल स्मगलिंग हो पा रही हैं. बांग्लादेश में कैटल की डिमांड है इसलिए यहां से भेजने की कोशिश की जाती है.

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