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राज्यसभा में जब आमने-सामने आए दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया

शपथ-ग्रहण के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह का आमना-सामना हुआ. दोनों ने मास्क पहना हुआ था. जब सिंधिया और दिग्विजय का सामना हुआ तो दोनों ने एक-दूसरे का हाथ जोड़कर अभिवादन किया.

फोटो- ANI फोटो- ANI
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 2:05 PM IST

  • राज्यसभा में आज हुआ शपथ-ग्रहण
  • दिग्विजय सिंह-सिंधिया ने भी ली शपथ
  • सदन के अंदर दोनों का आमना-सामना

राज्यसभा में आज 45 नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ग्रहण की. इनमें 36 सांसद वो हैं जो पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं. हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव/उपचुनाव में 20 राज्यों से 61 सदस्य चुनकर आए हैं, जिनमें से 45 ने आज शपथ ली. इनमें शरद पवार, दिग्विजय सिंह और रामदास अठावले समेत ऐसे 12 सिटिंग सांसद हैं, जो आज शपथ ग्रहण का हिस्सा बने. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली.

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इस दौरान राज्यसभा से एक दिलचस्प तस्वीर भी सामने आई. जब सभी सांसद शपथ ले रहे थे तो एक मौका ऐसा भी आया जब ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह का आमना-सामना हुआ. दोनों ने मास्क पहना हुआ था. जब सिंधिया और दिग्विजय का सामना हुआ तो दोनों ने एक-दूसरे के सामने हाथ जोड़कर अभिवादन किया.

दोनों नेता जब एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार रहे थे उस वक्त वहां राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद भी मौजूद थे. गुलाम नबी आजाद भी हाथों से कुछ इशारा करते हुए दिखाई दिए.

गौरतलब है कि राज्यसभा में सिंधिया और दिग्विजय सिंह की यह तस्वीर इसलिए भी खास है क्योंकि दोनों नेता एक ही राज्य मध्य प्रदेश से आते हैं. इसी साल मार्च महीने में जब सिंधिया ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला तो दिग्विजय ने खुले तौर पर कमलनाथ का समर्थन किया. कांग्रेस से सिंधिया की बगावत के पीछे एक वजह राज्यसभा सीट भी थी, जिस पर चुनकर दिग्विजय सिंह आए हैं. दरअसल, सिंधिया चाहते थे कि राज्यसभा सीट पर उनका नाम प्राथमिकता पर रखा जाए लेकिन पार्टी ने उनकी जगह दिग्विजय सिंह को ही तरजीह दी थी. इससे भी सिंधिया खफा थे.

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बहरहाल, इन तमाम राजनीतिक खींचतान के बीच मार्च में होली के अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा दांव खेलते हुए अपने समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी में जाने का फैसला किया था. सिंधिया के इस कदम के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और सिंधिया की मदद से बीजेपी एमपी में सरकार बनाने में सफल हो गई. इसके बाद जब राज्यसभा चुनाव का नंबर आया तो सिंधिया को राज्यसभा भेजकर बीजेपी ने उनको इनाम भी दिया. साथ ही उनके समर्थकों को भी शिवराज सिंह की कैबिनेट में बड़ी भागीदारी दी गई.

कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में गए सिंधिया बुधवार को राज्यसभा पहुंचे तो उनका सामना पुराने साथी दिग्विजय सिंह से हुआ. जब दिग्विजय मिले तो हाथ जोड़कर दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया.

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