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तमिलनाडु की राजनीति में सियासी उत्तराधिकार का मुद्दा अक्सर चर्चा में रहता है. डीएमके चीफ करुणानिधि ने गुरुवार को ये ऐलान किया कि उनके बेटे स्टालिन ही सियासी उत्तराधिकारी होंगे. हालांकि, करुणानिधी ने कहा कि इसका ये मतलब नहीं है कि मैं अपनी रिटायरमेंट का ऐलान कर रहा हूं.
करुणानिधि ने कहा कि सियासी रिटायरमेंट जैसी कोई बात नहीं है. स्टालिन पार्टी के कामकाज को लेकर काफी मेहनत करते हैं. एक साक्षात्कार में करुणानिधी ने साफ कहा था कि स्टालिन मेरे उत्तराधिकारी हैं.
गौरलतब है कि तमिलनाडु की सियासत में दो प्रमुख दलों का दबदबा है- एआईएडीएके और डीएमके. करुणानिधि डीएमके के मुखिया हैं और बढ़ती उम्र के कारण अक्सर उनके उत्तराधिकारी का मसला उठ खड़ा होता है. इससे पहले भी करुणानिधि के एक और बेटे अलागिरी के नाराज होने की खबरें आईं थी. अलागिरी की शिकायत पार्टी में स्टालिन के बढ़ते कदम को लेकर थी. अब करुणानिधी के इस बयान से पार्टी में नेतृत्व और उत्तराधिकार के मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट होती हुई दिख रही है.