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विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की गुमशुदगी के बाद, जिस तरह से उन्होंने अपने एनकाउंटर की साजिश का आरोप इशारों इशारों में अपनी ही सरकार पर लगाया है. इससे आरएसएस ही नहीं बल्कि खुद उनका संगठन वीएचपी ने भी पूरे विवाद से दूरी बना ली है.
बता दें कि तोगड़िया और पीएम मोदी के बीच पुरानी अदावत की बात जगजाहिर है. संघ और वीएचपी के नेता भी दोनों नेताओं की अनबन से वाकिफ हैं. यही वजह अब मानी जा रही है कि प्रवीण तोगड़िया इस दूरी के चलते पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
तोगड़िया के बयान से बीजेपी को नुकसान
सूत्रों की माने तो संघ के बड़े अधिकारियों के पास ये जानकारी हैं की गुजरात में बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने और इसको हवा देने में वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया की अहम भूमिका रही है. राज्य में पाटीदार आरक्षण के नाम पर बीजेपी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले और चुनाव में कोंग्रेस को समर्थन देने वाले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल प्रवीण तोगड़िया से लंबे समय से संपर्क में रहे हैं.
संघ के बड़े नेताओं को लगता हैं कि जिस तरह से प्रवीण तोगड़िया ने मोदी सरकार और बीजेपी के खिलाफ खुल कर बयानबाजी करते रहे हैं. इससे पार्टी और सरकार को नुकसान होने के साथ-साथ विपक्ष को भी मोदी सरकार और बीजेपी पर हमला बोलने का मौका मिलता है.
2019 चुनाव से पहले संघ नहीं चाहता विवाद
गौरतलब है कि तोगड़िया ने पिछले दिनों अपने एनकाउंटर का आरोप इशारों-इशारों में पीएम मोदी पर व्यक्तिगत और उनकी सरकार पर लगाए हैं. विपक्ष उसे जरूर भविष्य में उठाने की कोशिश करेगा. गुजरात के चुनाव के नतीजों के बाद संघ 2019 के लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह की अपने संगठनों के बीच कोई तकरार नहीं चाहता है. इसीलिए पूरे विवाद से अपने आपको किनारे कर लिया है.
संघ नहीं चाहता तोगड़िया रहे अध्यक्ष
सूत्रों की माने प्रवीण तोगड़िया की पीएम मोदी के विवादों के चलते संघ उन्हें वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटाना चाहता है. बता दें कि वीएचपी के अध्यक्ष राघव रेड्डी और कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया का कार्यकाल समाप्त हो रहा हैं.
वीएचपी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए बीते 29 दिसंबर को भुवनेश्वर संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक हुई थी. आरएसएस राघव रेड्डी की जगह वी. कोकजे को अध्यक्ष बनाना चाहता था, लेकिन तोगड़िया और उनके समर्थकों ने हंगामा करके चुनाव को नहीं होने दिया था. इसी के चलते नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो सका.
वीएचपी के अध्यक्ष का मार्च में चुनाव
वीएचपी सूत्रों का कहना हैं कि मार्च में होने वाली संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक से पहले नये अध्यक्ष के चुनाव के लिए वीएचपी के कार्यकारी बोर्ड की बैठक अगले महीने फरवरी के आखिरी सप्ताह में होगी. इसमें प्रवीण तोगड़िया को कार्यकारी अध्यक्ष और राघव रेड्डी को अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता हैं. इस वीएचपी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में संघ की ओर से आरएसएस महासचिव भैयाजी जोशी और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे.
इस कवायद से ये बात साफ है संघ 2019 लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के रास्ते में आने वाली सभी अंदरूनी रुकावटों को पहले दूर कर देना चाहता हैं. क्योंकि पीएम मोदी को विपक्ष से कम और अपनो से ज़्यादा खतरा हैं.