
वित्त मंत्रालय ने बैंकों में भीड़ कम करने का तर्क देते हुए पुराने नोटों को बदलने के लिए उंगली पर अमिट स्याही का निशान लगाने की व्यवस्था शुरू की है. लेकिन, चुनाव आयोग ने इसपर आपत्ति जताई है. चुनाव आयोग ने इस बारे में वित्त मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी है. चुनाव आयोग का कहना है कि आने वाले दिनों में कई राज्यों में चुनाव होने हैं. ऐसे में अगर लोगों की उंगली पर अभी स्याही लगेगी, तो चुनाव के दौरान समस्या पैदा होगी.
नोटबंदी को लेकर आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने मंगलवार को कहा था कि अब बैंक में पैसे जमा करने और निकालने जाने वालों की उंगली पर स्याही लगाई जाएगी, ताकि नोट बदलने के लिए लगातार बैंक आ रहे लोगों की पहचान हो सके. ये स्याही ठीक वैसी ही होगी, जैसी चुनाव के समय लोगों की उंगली में लगाई जाती है.
कालेधन को सफेद करने का चल रहा रैकेट
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास का कहना था कि कालेधन को सफेद करने का रैकेट चलाने वाले कुछ लोग नोटबंदी के बाद तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. वे लोगों को बैंकों में पैसा डालने के लिए भेज रहे हैं. ऐसे में एक ही व्यक्ति कई बार बैंक पहुंच रहा है, जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है.
अब पेट्रोल पंप से भी मिलेगा कैश
उधर, सरकार के एक ताजा फैसले के मुताबिक, अब आपको पेट्रोल पंप से तेल ही नहीं कैश भी मिलेगा. नए आदेश के मुताबिक, आप पेट्रोल पंप पर अपना डेबिट कार्ड स्वाइप करके 2000 रुपये प्राप्त निकाल सकते हैं. इसके लिए आपको सरकारी कंपनी के पेट्रोल पंप पर जाकर अपना डेबिट कार्ड स्वाइप करना होगा और 2,000 रुपये आपको मिल जाएंगे. शुरुआती दौर में यह सुविधा देश भर के 2,500 पेट्रोल पंपों पर दी गई है, जहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्वाइप मशीनें उपलब्ध हैं. अगले तीन दिनों में यह सुविधा देश के 20,000 पेट्रोल पंपों पर मिलने लगेगी, जिनके पास एचडीएफसी, सिटीबैंक और आईसीआईसीआई बैंक की कार्ड स्वाइप मशीनें उपलब्ध होंगी.
भीड़ कम करने के लिए कदम
500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद किए जाने के बाद देश भर में एटीएम और बैंकों पर नकद निकासी को लेकर भीड़ लगी हुई है. इसी वजह से ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने सरकार को इस तरह का सुझाव दिया था. इससे भीड़ कुछ हद तक कम हो सकेगी.