
चुनाव आयोग 1 सितंबर से विशेष अभियान की शुरुआत करने वाला है. इसके तहत अब लोगों के वोटर आईडी का वेरिफिकेशन होगा. 1 सितंबर से शुरू होने वाला ये अभियान 15 अक्टूबर तक चलेगा.
इस वेरिफिकेशन प्रक्रिया के तहत कोई भी नागरिक ये जांच कर सकेगा कि उसके परिवार के कितने सदस्यों के नाम सूची में हैं. इसके अलावा नाम सही दर्ज है या नहीं. इसकी भी जांच की जा सकती है. चुनाव आयोग के इस मतदाता सत्यापन कार्यक्रम में मतदाता सूची को क्राउड सोर्सिंग (जन भागीदारी) के माध्यम से अपडेट किया जाएगा.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत हर परिवार से एक मतदाता को यूजर नेम और पासवर्ड मिलेगा, जिससे वह मतदाता पंजीयन से जुड़े सारे दस्तावेज अपलोड कर सकेगा. इसके बाद मतदाता अपने और अपने परिवार की डिटेल उसमें डाल सकेगा.
उन्होंने कहा कि मतदाता के जरिए दी गई डिटेल की पुष्टि प्रखंड स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) करेंगे, जिससे समय की बचत होगी. उन्होंने बताया कि इससे मतदाताओं को मतदाता सूची ब्यौरा का आकलन, स्वयं सत्यापन और गलती को सही करने का मौका मिलेगा.
रणबीर सिंह ने बताया कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची में सुधार करना है. साथ ही वोटर लिस्ट की विशेष समीक्षा के दौरान योग्य नागरिकों का पंजीकरण करना है.