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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शाहीन बाग में शामिल शायरों को बुलाया, रद्द हुआ मुशायरा

आजादी की सालगिरह के अमृत महोत्सव के तहत इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी मे शुक्रवार 13 अगस्त की शाम मुशायरे का कार्यक्रम रखा गया था. लेकिन इसे आखिरी समय में रद्द कर दिया गया.

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (फाइल फोटो) इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (फाइल फोटो)
कुमार अभिषेक
  • प्रयागराज,
  • 14 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 12:11 PM IST
  • 13 अगस्त को होना था मुशायरा
  • मुख्य अतिथि ने भी मुशायरे में आने से किया इनकार

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में मुशायरे का कार्यक्रम आखिरी समय पर रद्द कर दिया गया. दरअसल, इस मुशायरे में शाहीन बाग में नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल हुए शायरों को बुलाया गया था. लेकिन सोशल मीडिया पर मामले के उछलने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला किया.

आजादी की सालगिरह के अमृत महोत्सव के तहत इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार 13 अगस्त की शाम मुशायरे का कार्यक्रम रखा गया था. लेकिन इसे आखिरी समय में रद्द कर दिया गया. 

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पीएम के खिलाफ की थी टिप्पणी
इस मुशायरे में शबीना अदीब और हाशिम फिरोजाबादी को बुलाया गया था. शबीना अदीब और हाशिम फिरोजाबादी पिछले साल शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में शामिल हुए थे. इतना ही नहीं दोनों शायरों ने वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सरकार के अन्य लोगों के खिलाफ विवादित टिप्पणी भी की थी. ऐसे में इन दोनों शायरों को बुलाए जाने का विरोध सोशल मीडिया पर हो रहा था. 

मुख्य अतिथि ने आने से किया इनकार
वहीं, इन शायरों के शामिल होने की वजह से मुख्य अतिथि प्रयागराज के कमिश्नर संजय गोयल ने भी कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था. सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने अध्यक्षता करने से भी मना कर दिया. ऐसे में औपचारिक शुरुआत से पहले सैकड़ों की भीड़ के बीच अचानक कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. 

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इन शायरों को बुलाया गया था
इस कार्यक्रम में विवादित शायरों के साथ ही ताहिर फराज, भूषण त्यागी, इकबाल अशर, पॉपुलर मेरठी, भालचंद्र त्रिपाठी, कलीम कैसर और मोइन शादाब को भी बुलाया गया था. कार्यक्रम यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल में होना था और इसे इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी का उर्दू डिपार्टमेंट, उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी और यूनिवर्सिटी की केंद्रीय सांस्कृतिक समिति ने साझा तौर पर आयोजित कर रहा था. 

 

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