
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजनीति को एक तगड़ा झटका लगा है. कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
शुक्रवार की शाम 05:30 बजे मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल हो गए. यहां यह भी बताते चलें कि मुकुल रॉय को उनकी पार्टी पहले ही 6 साल के लिए निलंबित कर चुकी है.
कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे और अब बीजेपी का कमल थाम चुके मुकुल रॉय का नाम दो बड़े मामलों में सामने आ चुका है. सबसे पहले इनका नाम शारदा स्कैम में आया था और इस मामले में मुकुल से सीबीआई भी पूछताछ कर रही है. यहां यह भी बताते चलें कि मुकुल की गिरफ्तारी रोकने के लिए खुद ममता बनर्जी ने बयान देना शुरू किया था और उन्होंने इस मामले के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
फिर सामने आया एक नारदा स्टिंग ऑपरेशन और इसमें भी सीबीआई ने मुकुल रॉय सहित दूसरे नेताओं का नाम एफआईआर में दर्ज किया था. तब सीबीआई प्रवक्ता ने आज कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों, तृणमूल के मौजूदा सांसदों समेत पार्टी नेताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के रिश्वतखोरी और आपराधिक कदाचार से जुड़े आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपियों में एक आईपीएस अधिकारी भी है.
वहीं 2015 में खबर थी कि मुकुल पार्टी से अलग होना चाहते हैं और इसके लिए वह और उनके कुछ समर्थक चुनाव आयोग से नई पार्टी बनाने के लिए मिले भी हैं. कई नेताओं का कहना है कि वह सेंट्रल इंवेस्टिगेशन एजेंसी के दवाब में आ गए थे. कहा जाता है कई बार तो उन्होंने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए टीएमसी से जुड़ी जानकारी एजेंसी को दी थीं.
उसके बाद ही ममता ने मुकुल को महासचिव पद से हटा दिया था. पिछले दो महीनों से यह बात प्रमुखता से चल रही थी कि मुकुल TMC से संतुष्ट नहीं हैं.