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Exclusive: जवान के साथ ज्यादती, 5 दिनों तक मां के शव को नहीं मिली मिट्टी

जबरदस्त बर्फबारी के चलते बाकी इलाकों से कट चुके जम्मू कश्मीर के तंगधार में एक जवान की मां के शव को अंतिम संस्कार के लिए पांच दिन का इंतजार करना पड़ा. लगभग 8 लोगों की एक टीम ने जवान की मां के शव को लेकर 70 किलोमीटर पैदल तय किए, लेकिन प्रशासन गूंगा बहरा बना देखता रहा.

जवान के साथ ज्यादती जवान के साथ ज्यादती
अशरफ वानी
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:08 PM IST

जबरदस्त बर्फबारी के चलते बाकी इलाकों से कट चुके जम्मू कश्मीर के तंगधार में एक जवान की मां के शव को अंतिम संस्कार के लिए पांच दिन का इंतजार करना पड़ा. लगभग 8 लोगों की एक टीम ने जवान की मां के शव को लेकर 70 किलोमीटर पैदल तय किए, लेकिन प्रशासन गूंगा बहरा बना देखता रहा.

आपको बता दें कि इस इलाके में 25 जनवरी के बाद से ही भारी बर्फबारी जारी है. जिसके चलते ये इलाका देश के बाकी हिस्सों से कट चुका है.

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जवान की मां सकीना बेगम ने हृदय घात की वजह से 29 जनवरी को पठानकोट के आर्मी अस्पताल में दुनिया को अलविदा कह दिया था. वो अपने परिवार के साथ कारनाह के एक गांव चित्रकूट में रहती थीं. वह अपने बेटे के साथ पिछले तीन महीनों से यहां रह रही थी. जब उनकी मौत हुई तो सेना के अफसरों ने उनके बेटे को भरोसा दिया कि वो हर संभव मदद करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

इतना ही नहीं उन्होंने शव को हेलीकॉप्टर की मदद से श्रीनगर से कारनाह पहुंचाने का वादा भी किया था. लेकिन जब उनका शव श्रीनगर पहुंचा तो सेना के अफसरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए.

इसके बाद जवान अपनी पत्नी के साथ अपनी मां के शव को उठाकर चौकीबल तक लाया जहां उन्होंने 4 दिन गुजारे. वहां के स्थानीय लोगों से जवान को काफी मदद मिली. हालांकि चौकीबल में रहते हुए जवान ने प्रशासन से संपर्क करने की हर संभव कोशिश की लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली. जिसके बाद चौकीबल के लोगों ने जवान की मरहूम मां को अपने कंधे पर उठा 70 किलोमीटर का सफर तय करके उनके गृहनगर तक पहुंचाया.

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