
भारतीय वायुसेना कोरोना महामारी के खिलाफ सरहद से लेकर देश के अंदर हर मोर्चे पर मुकाबला कर रही है. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने आजतक संवाददाता मनजीत नेगी से Exclusive बातचीत की, इस दौरान उन्होंने सीमा पर हमारी तैयारियों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि बालाकोट जैसी एयर स्ट्राइक की तैयारी हमारी 24 घंटे रहती है लेकिन यह कार्रवाई हमें करनी है या नहीं यह दुश्मन पर निर्भर करता है. पाकिस्तान को डरना होगा. हम कब एक्शन लेंगे यह हम तय करेंगे. जब तक वे आतंकवाद फैलाना बंद नहीं करेंगे तब तक उन्हें इस बात की चिंता करनी होगी कि हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं.
एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से होने वाली हर गतिविधि का हमारी सेना जवाब दे रही है. पीओके में पाकिस्तान की जो हवाई गतिविधियां बढ़ी हैं उसको हम मॉनिटर कर रहे हैं. जब भी कोई आतंकी कार्रवाई हमारी जमीन पर होगी तो उन्हें सावधान रहना पड़ेगा. पाकिस्तान को डरना होगा. हम कब एक्शन लेंगे यह हम तय करेंगे.
वहीं चीन को लेकर एयर चीफ मार्शल ने कहा कि उनकी तरफ से जो हवाई गतिविधियां हुई हैं उसको हम पूरी तरह से मॉनिटर कर रहे हैं. जरूरत पड़ने पर जरूरी कार्रवाई भी करते हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों सरहद पर अगर कोई कार्रवाई होती है तो उसके खिलाफ हम भी एक्शन लेते हैं.
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बता दें, कोविड-19 से लड़ते हुए भारतीय वायुसेना ने अपने ट्रांसपोर्ट जहाज और हेलीकॉप्टर की मदद से 500 से ज्यादा उड़ानें भरी हैं. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमने हर राज्य सरकार को मदद पहुंचाई है. इसके अलावा सियाचिन से लेकर जम्मू कश्मीर और उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी हमने जरूरी सामान पहुंचाया है. राफेल फाइटर विमान को पहले इसी महीने आना था लेकिन अब कोविड की वजह से आने में थोड़ी देरी हुई है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि जुलाई के आखिर तक पहले चार राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंच जाएंगे.
एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा 49 से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करना एक बड़ा कदम है. रक्षा क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ाने के लिए काफी कदम उठाए गए हैं और एविएशन सेक्टर में इसका बहुत महत्व है.
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मेक इन इंडिया के तहत पहले से ही हमारा 40 एलसीए लड़ाकू विमान का समझौता हो गया है. मुझे आशा है कि अगले 3 महीनों में एलसीए मार्क वन भी साइन हो जाएगा. एलसीए कीदूसरी स्क्वाडर्न हम सुलूर में तैनात करने जा रहे हैं.