भारत और पाकिस्तान बॉर्डर पर तनाव पर देश में राजनीति गरमाई हुई है. इस बीच फेसबुक यूजर अवि डंडिया ने अपने पेज पर एक लाइव वीडियो डाला है जिसमें एक ऑडियो क्लिप सुनाई दे रही है. इस क्लिप के जरिए अवि ने दावा किया है कि हाल ही में हुए पुलवामा आतंकी हमले के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ था.
डंडिया ने अपने लाइव वीडियो में जिस ऑडियो क्लिप को पेश किया है उसमें कथित तौर से गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और एक अनजान महिला की आवाजें हैं .
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि यह ऑडियो क्लिप झूठी है. इसे अलग अलग मौकों पर बीजेपी नेताओं की ओर से कही गई बातों को जोड़ कर तैयार किया गया है.
अवि डंडिया ने फेसबुक पर लाइव किया था, जिसमें उन्होंने एक क्लिप सुनाई थी. पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया था : "सच क्या है, सुनिए अगर विश्वास ना हो और देश की आवाम में दम हो तो पूछें उनसे जिनकी आवाज है, जो सेना के नहीं वो आवाम के क्या होंगे. देश की मीडिया हो या देश में रहने वाला किसी में दम नहीं है कि वो आजादी के बाद इस तरह सबूत के साथ सबसे घिनौनी हरकत का खुलासा कर सके." खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 95000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था.
ऑडियो क्लिप के जरिए डंडिया यह स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आगामी आम चुनाव में फायदे के लिए राजनाथ सिंह और अमित शाह ने एक अनजान महिला के साथ मिलकर पुलवामा हमले की साजिश रची.
डंडिया के इस ऑडियो क्लिप को पाकिस्तानी मीडिया जैसे डेलीकैपिटल डॉट पीके , डिफेंस डॉट पीके , सियासत डॉट पीके आदि ने भी उठाया है और भारत सरकार के खिलाफ इसे हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है.
क्लिप में मौजूद बातचीत का कुछ अंश यहां पढ़ें —
राजनाथ सिंह की आवाज—जवानों के सवाल पर हमारी देश बहुत सेंसेटिव है, बहुत संवेदनशील है भावना उनके अंदर कूट कूट कर भरी है.
अनजान महिला की आवाज—देश के जवानों को शहीद करवाना है?
राजनाथ सिंह की आवाज—काम के लिए कमजोर होते हैं?
अनजान महिला की आवाज—एक-दो से कुछ भी नहीं होगा, उरी किया था कुछ भी नहीं हुआ. अभी चुनाव है, देश की सुरक्षा को लेके आप बड़ा मुद्दा बना सकते हैं. उसपर राजनीति खेलिए.
राजनाथ सिंह की आवाज—देश की सुरक्षा से जुड़े हुए सवालों पर इस तरह की राजनीति की जानी चाहिए
अनजान महिला की आवाज—राजनीति के लिए आप युद्ध करना चाहते हैं? एक काम करते हैं कश्मीर में या कश्मीर के आस पास…
राजनाथ सिंह की आवाज—जम्मू और श्रीनगर
अनजान महिला की आवाज—वहां ब्लास्ट करेंगे, कुछ आर्मी डेड, कुछ पैरामिलिटरी फोर्सेज डेड, या कुछ CRPF डेड. एक 100-50 जवान मरेंगे तो सारे देश के देशभक्ति एक जगह हो जाएगी…
राजनाथ सिंह की आवाज—बहादुर जवानों के शहादत पर इस तरीके की राजनीति आनी चाहिए.
ऑडियो क्लिप की सच्चाई जानने के लिए जब हमने इसे ध्यान से सुना तो पाया कि यह क्लिप राजनाथ सिंह और अमित शाह के भाषणों और इंटरव्यू में बोली गई बातों की क्लिप्स को चतुराई से जोड़ कर तैयार किया गया है. वहीं इन बातों को अपने मन मुताबिक दिशा देने के लिए एक महिला की आवाज डाली गई है, ताकि लोगों को भ्रमित किया जा सके.
क्लिप में मौजूद राजनाथ सिंह के बयान हाल ही उनके आज तक न्यूज चैनल को दिए एक्सक्लयूसिव इंटरव्यू से लिए गए हैं. पुलवामा आतंकी हमले के बाद पहली बार गृहमंत्री राजनाथ सिंह 22 फरवरी को आज तक न्यूज चैनल के शो सीधी बात में शामिल हुए थे.
वायरल ऑडियो क्लिप में जहां राजनाथ कह रहे हैं “हमारा देश बहुत सेंसेटिव है, बहुत संवेदनशील है…” यह हिस्सा उनके इसी इंटरव्यू से लिया गया है. इंटरव्यू में 8 मिनट 09 सेकेंड पर उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है “जवानों के सवाल पर हमारी गवर्नमेंट बहुत ही सेंसिटिव है, बहुत ही संवेदनशील है”, जबकि वीडियो में 10 मिनट 08 सेकंड पर वे कहते हैं “राष्ट्रभक्ति की भावना उनके अंदर कूट कूट कर भरी होगी.” ऑडियो क्लिप में इन दोनों बातों को जोड़ने के लिए “राष्ट्रभक्ति” शब्द को काट दिया गया है, ताकि बातचीत का मन चाहा संदर्भ हासिल हो सके. वहीं वीडियो में 4 मिनट 43 सेकंड पर उन्हें कहते सुना जा सकता है “कम से कम देश की सुरक्षा से जुड़े हुए सवालों पर इस तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए.”
इसके अलावा वायरल ऑडियो में एक जगह कथित रूप से अमित शाह की आवाज में सुनाई देता है "देश की जनता को गुमराह किया जा सकता है और हम मानते भी हैं चुनाव के लिए युद्ध करने की जरूरत है."
अमित शाह के बयान कहां से लिए गए हैं इस पर हमारी पड़ताल जारी है, लेकिन ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज की टोन जिस तरह बार बार तेज और धीमी हो रही है इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजनाथ सिंह की ही तरह उनके बयान भी अलग अलग भाषणों या इंटरव्यू से ही लिए गए हैं.
ऑल्ट न्यूज ने इस ऑडियो क्लिप का पर्दाफाश किया है.
इंडिया टुडे ने इस ऑडियो को पेश करने वाले फेसबुक यूजर अवि डंडिया से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका नंबर बंद मिला. उनकी सोशल ऑडिट में हमने पाया कि फेसबुक और ट्विटर पर उनके बहुत सारे फॉलोअर्स हैं. उनके ट्विटर अकाउंट के अनुसार वे अमेरिका में रहते हैं और अक्सर ही बीजेपी विरोधी पोस्ट डालते रहते हैं.
पड़ताल में साबित हुआ कि वायरल ऑडियो क्लिप फर्जी है और इसे जानबूझकर एडिट कर जोड़ा गया है ताकि यह भ्रम पैदा किया जा सके कि पुलवामा आतंकी हमले की साजिश में बीजेपी का हाथ था.
अपडेट...
आजतक पर यह खबर छपने के बाद अवि डंडिया ने अपने फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया था, हालांकि हमने इस वीडियो को पहले ही डाउनलोड कर लिया था.