भारतीय वायु सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद से ही कई सारी ऐसी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें काफी सारी लाशें दिख रही हैं. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये तस्वीरें हैं तो पाकिस्तान की पर बरसों पुरानी फोटो हैं जिनका 26 फरवरी के हमले से कोई लेनादेना नहीं.
फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया पर लोग तबाही के मंजर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि 26 तारीख को जो भारतीय वायु सेना ने आतंकियों के खिलाफ जो कार्रवाई की थी, उसके फोटो हैं. ऐसे पोस्ट पर लिखा जा रहा है “हिदुस्तान द्वारा किया एयर सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान में छाया मातम”. दूसरी कुछ पोस्ट में लिखा गया है कि “पुलवामा की तो तस्वीर बहुत देखी जरा आज पाकिस्तान का भी हाल देखो”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक पोस्ट यहां देखा जा सकता है. इस स्टोरी के फाइल होने तक इस पोस्ट को 839 बार शेयर किया जा चुका था.
दूसरा एक और पोस्ट यहां देखें जिसे 597 बार शेयर किया जा चुका है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने इन सभी फोटो का रिवर्स सर्च किया तो पता चला कि ये सभी फोटो दूसरे हादसों के हैं.
ऊपर दिखाया गया ये फोटो बालाकोट का है पर 2005 में पाकिस्तान में जो भूकम्प आया था, उस समय का है. 2015 में जब उस हादसे को दस साल हुए थे तब इस फोटो का इस्तेमाल इस अखबार में हुआ था जिसे यहां देखा जा सकता है.
वहीं ये दूसरा फोटो भी दरअसल 2019 का नहीं बल्कि 2014 का है. इस बात की पुष्टि इस अखबार में लगी खबर से की जा सकती है जिसे यहां पढ़ें.
इस फोटो का भी कुछ ऐसा ही है. मंगलवार से वायरल हो रहा फोटो दरअसल अफगानिस्तान के बॉर्डर के पास हुए 2006 के आतंकी हमले का है जिसे यहां पर पढ़ा जा सकता है.